चारधाम यात्रा 2021: ई-पास बना मुसीबत, चेकिंग में कई घंटे लगने से यात्री परेशान

बदरीनाथ धाम और केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों की जगह-जगह चेकिंग होने में घंटों लग रहे हैं.

Update: 2021-10-03 15:52 GMT

बदरीनाथ धाम और केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों की जगह-जगह चेकिंग होने में घंटों लग रहे हैं जिससे यात्री परेशान हो रहे हैं। जोशीमठ से बदरीनाथ धाम तक 45 किलोमीटर के दायरे में पांच जगहों पर पुलिस की ओर से चेकिंग काउंटर स्थापित कर तीर्थयात्रियों से ई-पास मांगा जा रहा है।

तीर्थयात्रियों का कहना है कि बदरीनाथ के प्रवेश द्वार जोशीमठ में ही भली भांति ई-पास की चेकिंग करने के बाद रास्ते में कहीं भी परेशान न किया जाए। न्यायालय की ओर से एक दिन में 1000 तीर्थयात्रियों के बदरीनाथ धाम के दर्शनों की अनुमति दी गई है।तीर्थयात्रियों के ई-पास की चेकिंग के लिए जोशीमठ पेट्रोल पंप, गोविंदघाट, पांडुकेश्वर, हनुमान चट्टी और बदरीनाथ धाम में पुलिस काउंटर और बैरियर स्थापित किए गए हैं। यहां तीर्थयात्रियों के ई-पास चेक किए जा रहे हैं। जोशीमठ से भेजे जा रहे यात्रा वाहनों का रैला पांडुकेश्वर में रोका जा रहा है। यहां भीड़ अधिक होने के कारण यात्रियों को आगे जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

लखनऊ के विपिन शर्मा का कहना है कि यात्रियों की जोशीमठ में ही चेकिंग की जानी चाहिए, जिससे धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी न हो। मुंबई के विशाल और अनिल कुमार ने कहा कि रविवार को जोशीमठ में उनके ई-पास की चेकिंग करने में ही एक घंटे का समय लगा।
इसके बाद उन्हें बदरीनाथ जाने दिया गया, लेकिन पांडुकेश्वर में फिर रोक लिया गया। यहां करीब दो घंटे तक इंतजार करने के बाद उन्हें धाम जाने दिया गया। रविवार को शाम चार बजे तक बदरीनाथ धाम में दर्शन के लिए 808 तीर्थयात्री धाम पहुंचे। जबकि हेमकुंड साहिब और लोकपाल में 953 यात्रियों ने दर्शन किए। देवस्थानम बोर्ड के अनुसार यात्रा शुरू होने से अब तक चारों धामों में 36821 यात्री पहुंच चुके हैं।वहीं, महिला कांग्रेस प्रदेश प्रभारी व पूर्व जिपं अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने भाजपा सरकार पर चारधाम यात्रा के नाम पर श्रद्धालुओं की भावना के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ई-पास व्यवस्था के कारण हजारों यात्री अब तक बिना दर्शन के बैरंग लौट चुके हैं।राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार की यात्रा व्यवस्थाएं नाकाफी हैं। उच्च न्यायालय द्वारा प्रतिदिन की तय संख्या के हिसाब से भी धामों में यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। साथ ही ई-पास के चलते हजारों यात्रियों को बिना दर्शन के लौटना पड़ रहा है।
इसका खामियाजा कारोबारियों को भी भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से कोविड-19 के नियमों के तहत यात्रा का संचालन करने और ई-पास व्यवस्था को खत्म करने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में सीएम को पत्र भी भेजा है।
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