उत्तराखंड: उत्तराखंड में चारधाम धाम यात्रा चल रही है. तीर्थयात्रियों का सैलाब पहाड़ों पर उमड़ पड़ा है. लाखों की संख्या में लोग दर्शन करने पहुंच रहे हैं. माना जा रहा है कि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इसका फायदा स्थानीय छोटे-बड़े कारोबारी खूब उठा रहे हैं. चारधाम यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों को स्थानीय होटल व्यवसायी और दुकानदार ओवर रेट पर सामान बेच रहे हैं.
केदारनाथ धाम में खाने, पीने और रहने के दाम आसमान छू रहे हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि पानी की बोतल 50 रुपये में बेची जा रही है, जबकि मैगी और पराठा 150 रुपये में बेचा जा रहा है. चाय बीस से पच्चीस रुपये में बेची जा रही है. किसी भी दुकानदार ने रेट लिस्ट को चस्पा नहीं किया है और अपनी मनमर्जी से सामान बेच रहे हैं, जिसकी वजह से श्रद्धालु भी परेशान हैं. ऐसे में ओवर रेट की मिल रही शिकायतों पर प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाते हुए व्यापारियों को सख्त हिदायत दी है और कारोबारियों के चालान काटे जा रहे हैं.
बता दें, कोरोना महामारी के दो साल बाद यात्रा में भारी संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं. इस वजह से दुकानदारों ने खाने, पीने और रहने के दामों में भारी बढ़ोत्तरी कर दी है. शिकायतों के मिलने के बाद विधिक माप विभाग की ओर से ओवर रेट करने वाले 44 कारोबारियों के चालान काटे गए. माप-तोल विभाग ने श्रीनगर से सोनप्रयाग और रामबाड़ा तक चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान कई व्यापारी ओवर रेट करते हुए पाए गए. प्रशासन को गौरीकुंड से सबसे ज्यादा ओवर रेट की शिकायतें मिली हैं.
माप-तोल विभाग रुद्रप्रयाग के इंस्पेक्टर जगदीश सिंह और कीर्ति लाल ने बताया कि चारधाम यात्रा के तहत ओवर रेट की शिकायतें मिल रही थीं. शिकायत मिलने के बाद श्रीनगर से सोनप्रयाग और सोनप्रयाग से रामबाड़ा तक चेकिंग अभियान चलाया गया. इस दौरान जगह-जगह ओवर रेट की शिकायतें मिलीं और व्यापारियों के चालान किए गए. आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.