केंद्र सरकार ने किया बड़ा ऐलान: आयुष मिशन पर खर्च होंगे 4,607 करोड़ रुपये, देशभर में खुलेंगे 6 Ayush कॉलेज और 12 PGI
केंद्र सरकार ने बुधवार को एक साथ कई फैसले लिए.
केंद्र सरकार ने बुधवार को एक साथ कई फैसले लिए. ये फैसले आत्मनिर्भर भारत के अभियान को आगे बढ़ाने के लिए अमल में लाए गए हैं. इन फैसलों में स्वास्थ्य, कृषि, टेक्सटाइल, शिपिंग और आयुष मिशन पर खास तौर से ध्यान दिया गया है. कैबिनेट के फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया को इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि देश में आयुष मिशन के तहत कई काम हो रहे हैं. भविष्य में सरकार इस मिशन पर 4607 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है. इस मिशन को तेजी देने के लिए पूरे देश में आयुष कॉलेज भी खोले जाएंगे.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आयुष मिशन के बारे में जानकारी देते हुए कहा, कोरोना काल में आयुष मंत्रालय की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. राष्ट्रीय आयुष मिशन को 2021—22 से लेकर 2025—26 तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है. इसके अंतर्गत 5 वर्षों में 4,607 रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके तहत बीमारियों से बचाव के उपायों पर फोकस किया जाएगा. लोगों के बीच प्रचार-प्रसार किया जाएगा. इससे बीमारियों की रोकथाम होगी. हेल्थ सिस्टम पर बीमारी का भार कम होगा. सरकार के फैसले के मुताबिक, देशभर में 12000 आयुष हेल्थ वेलनेस सेंटर खोले जाएंगे. इसके साथ ही 6 आयुष कॉलेज खोले जाएंगे. 12 पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट खोले जाएंगे. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देशभर में 10 अंडर ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट के इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जाएंगे.
कोरोना में काम आया आयुष
कोरोना काल को देखते हुए सरकार के इस फैसले को अहम माना जा रहा है. कोरोना से बचाव और इलाज में आयुष विभाग ने अहम भूमिका निभाई है. लोगों को अंग्रेजी इलाज की पद्धति के अलावा आयुर्वेदिक और यूनानी पद्धति आदि से जोड़ने के लिए आयुष ने बड़े स्तर पर अभियान चलाया. लोगों को बताया गया कि जड़ी-बूटियों से भी कोरोना जैसी घातक बीमारी का खात्मा किया जा सकता है. इसके लिए आयुष विभाग ने कई आयुर्वेदिक दवाओं के प्रचलन को बढ़ावा दिया. आयुष-64 जैसी दवाएं बहुत मशहूर हुईं और लोगों ने इसका बढ़चढ़ कर इस्तेमाल किया. सोशल मीडिया पर आयुष विभाग ने बड़ा अभियान चला कर लोगों को आयुष की दवाओं के प्रति लगाव बढ़ाने की सलाह दी. आने वाले दिनों में यह अभियान और भी जोर पकड़ेगा.