केंद्र सरकार ने किया आत्मनिर्भर भारत 3.0 का ऐलान...PMRPY के तहत 1 करोड़ 21 लाख से अधिक लाभार्थियों को मिला लाभ
कोरोना संकट में पटरी से उतर गई अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर लाने के लिए मोदी सरकार ने एक और राहत पैकेज देने का ऐलान किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हाल के आंकड़े अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दे रहे हैं. सरकार ने आत्मनिर्भर भारत 3.0 का ऐलान कर दिया है. आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना की शुरुआत की गई है ताकि नये रोजगार का सृजन हो सके.
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत 3.0 के तहत 12 घोषणाएं की जाएंगी. उन्होंने कहा कि हाल के आंकड़े अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि जीएसटी कलेक्शन जैसे कई आंकड़े बेहतर आये हैं और रिजर्व बैंक ने यह संकेत दिया है कि तीसरी तिमाही में ही इकोनॉमी पॉजिटिव जीडीपी ग्रोथ हासिल कर सकती है. उन्होंने कहा कि रेलवे में माल ढुलाई में 20 फीसदी बढ़ी है, बैंक कर्ज वितरण में 5 फीसदी की बढ़त हुई. शेयर बाजार रिकॉर्ड हाई है. एफपीआई का नेट निवेश भी सकारात्मक रहा है. विदेशी मुद्रा भंडार भी 560 अरब डॉलर के रिकॉर्ड पर पहुंच गया है.
वित्त मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत उठाये गये कदमों से मजदूरों को काफी फायदा हुआ है. इसी तरह किसानों को राहत देने के प्रयासों का भी अच्छा नतीजा आया है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत ईसीएलजीस स्कीम के तहत 61 लाख लोगों ने लाभा उठाया है. इसमें 1.52 लाख करोड़ रुपये वितरित किये जा चुके हैं और 2.05 लाख करोड़ रुपये के कर्ज की मंजूरी दी गई है. उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स विभाग ने सक्रियता और तेजी दिखाते हुए 1.32 लाख करोड़ रुपये का रिफंड दिया है.
सूत्रों के मुताबिक इस पैकेज को तैयार करने के लिए इंडस्ट्री चैंबर्स और कॉरपोरेट जगत की राय ली गई है. सूत्रों ने इस पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी लेकिन कहा कि इसका मकसद परेशान सेक्टर को राहत देना होगा. साथ ही इसमें रोजगार सृजन पर जोर होगा. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन से देश की इकॉनमी बुरी तरह प्रभावित हुई है.
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में करीब 24 फीसदी की गिरावट आयी है. इससे इकोनॉमी को राहत देने के लिए सरकार कई राहत पैकेज का ऐलान कर चुकी है. लेकिन इन सब राहत पैकेज से अर्थव्यवस्था में बहुत सुधार होने के संकेत नहीं मिल रहे हैं. हालांकि अर्थव्यवस्था में हाल में कई संकेतक बड़े सकारात्मक रहे, लेकिन उन्हें त्योहारी सीजन के दौरान होने वाली तात्कालिक बढ़त माना जा रहा है. अभी ट्रैवल, सर्विस सेक्टर जैसे कई सेक्टर की हालत बहुत खराब है.
2 लाख करोड़ के पैकेज का हुआ ऐलान
बुधवार को ही सरकार ने 10 सेक्टरों में मैन्युफैक्चरर्स के लिए करीब 2 लाख करोड़ रुपये के प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव्स (PLI) की घोषणा की है. कोरोना संकट से अभी देश को मुक्ति मिलती नहीं दिख रही. राजधानी दिल्ली में कोरोना के रिकॉर्ड मामले सामने आये हैं. कई अन्य शहरों में भी कोरोना के मामले बढ़ते देखे गये हैं.
EPFO रजिस्टर्ड संस्थान को सितंबर 2020 से लाभ मिलेगा pic.twitter.com/43go3Mx9bD
— Nitendra Singh नितेन्द्र सिंह (@Nitendradd) November 12, 2020
— Nitendra Singh नितेन्द्र सिंह (@Nitendradd) November 12, 2020
महामारी में 26 stressed सेक्टर की पहचान की गई है pic.twitter.com/MaIDzuvuMf
— Nitendra Singh नितेन्द्र सिंह (@Nitendradd) November 12, 2020