नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा के पिता डी.एल. मोइत्रा के आवास पर छापेमारी के बाद सीबीआई की टीम शनिवार को कोलकाता में करीब छह घंटे तक रहने के बाद नदिया जिले के कृष्णानगर स्थित उनके पार्टी कार्यालय पर इसी तरह का अभियान चलाया। शनिवार सुबह सीबीआई अधिकारियों की एक टीम महुआ मोइत्रा के पिता के आवास पर पहुंची, जिन्हें कथित कैश-फॉर-क्वेरी घोटाले के सिलसिले में हाल ही में लोकसभा से निष्कासित किया गया था।
कोलकाता में छापेमारी पूरी होने के तुरंत बाद सीबीआई अधिकारियों की टीम केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों के साथ कृष्णानगर में महुआ मोइत्रा के पार्टी कार्यालय पहुंची। महुआ को कृष्णानगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामित किया गया है। यह कार्यालय चुनाव प्रचार अभियान केंद्र के रूप में भी काम करता है। यह पार्टी कार्यालय कृष्णानगर के सिद्धेश्वरीतला क्षेत्र में स्थित है। महुआ मोइत्रा आम तौर पर उसी जिले के करीमपुर में रहती हैं। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों को आशंका है कि आने वाले समय में केंद्रीय एजेंसी वहां भी पहुंच सकती है। सूत्रों के अनुसार, सीबीआई टीम ने दक्षिण कोलकाता में महुआ के पिता के आवास पर मिले कंप्यूटर और लैपटॉप में संग्रहीत विभिन्न दस्तावेजों के प्रिंटआउट लिए।
नेता महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार, कैश फॉर क्वेरी मामले में ये आज महुआ के आवास सहित कई ठिकानों पर CBI ने छापामारी की है। सीबीआई इस मामले में टीएमसी नेता के कोलकाता के अलीपुर स्थित आवास और अन्य स्थानों पर तलाशी ले रही है। बता दें की सीबीआई ने बीते दिन ही कैश फॉर क्वेरी मामले में एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई ने लोकपाल के निर्देश पर ये एफआईआर दर्ज की है।
लोकपाल ने मंगलवार को सीबीआई को ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में तृणमूल कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगाए गए आरोपों के सभी पहलुओं की जांच करने का आदेश दिया था और छह महीने के भीतर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा था।बता दें कि कैश फॉर क्वेरी मामले में पिछले साल दिसंबर में महुआ मोइत्रा को अपने सांसद पद से हाथ धोना पड़ा था। मामले में लोकसभा ने अपनी आचार समिति की रिपोर्ट को अपनाया था, जिसमें कैश फॉर क्वेरी मामले में उन्हें दोषी ठहराया गया था। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष को शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने कहा था कि महुआ ने अदाणी के खिलाफ संसद में प्रश्न पूछने के लिए दुबई स्थित व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से नकद और उपहार लिए थे।