यूपी। कानपुर के जलकल जीएम नीरज गौड़ के बंगले में गुरुवार की रात सीबीआई ने अचानक छापा मारा। बंद कमरे में उनसे पूछताछ भी की गई। जिले के एक उच्चाधिकारी के मुताबिक पूरा मामला एनएचएआई से जुड़ा हुआ है। बेनाझाबर स्थित जलकल के पीछे ही जलकल (जल संस्थान) के जीएम का बंगला है। यहां गुरुवार की रात लगभग साढ़े आठ बजे सीबीआई की टीम पहुंची। टीम के साथ भारी पुलिस फोर्स ने बंगले को चारो तरफ से घेर लिया।
सीबीआई सीधे बंगले के भीतर गई और नीरज गौड़ को परिवार के सभी सदस्यों से अलग एक कमरे में ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी। टीम ने बंगले पर रखे कई दस्तावेज भी खंगाले। मोबाइल अलग रखवा दिया था ताकि किसी से संपर्क न हो सके। कई दस्तावेज और कागजात भी सीबीआई ने जब्त किए हैं। एक उच्चाधिकारी ने बताया कि लगभग 10 साल पहले नीरज गौड़ एनएचएआई में अधिशासी अभियंता के पद पर तैनात थे। इनके पास गया से लेकर वाराणसी तक का कार्यभार था। उसी दौरान के किसी मामले की जांच सीबीआई कर रही है।
कानपुर में जलकल जीएम के रूप में उन्होंने वर्ष 2020 में कार्यभार संभाला था। इससे पहले वह जलकल लखनऊ में तैनात थे। फिलहाल जलकल अफसरों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। जिले के तमाम उच्चाधिकारी भी इस छापे की जानकारी पता करने में जुटे रहे। आधी रात तक यह साफ नहीं हो सका था कि पूछताछ में क्या निकला। सीबीआई ने बंगले के भीतर न तो किसी बाहरी को जाने दिया और न ही बंगले से बाहर ही किसी को निकलने दिया।