बीरभूम हिंसा मामले की जांच में जुटी सीबीआई, विशेष टीम ने घटनास्थल का किया दौरा, 21 पर FIR दर्ज
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में बीरभूम हिंसा Birbhum Violence Case मामले की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो की फोरेंसिक टीम रामपुरहाट इलाके के गांव पहुंच गई है. बीरभूम हिंसा मामले की जांच के लिए डीआईजी अखिलेश सिंह के नेतृत्व में सीबीआई (CBI) टीम सीएफएसएल (CFSL) टीम के साथ रामपुरहाट इलाके के बग्तुई गांव (Bogtui village) पहुंचकर जांच में जुटी है. वहीं मामले की निगरानी संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी करेंगे. शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम के सदस्यों ने इस मामले की जांच के लिए गठित सीट के अफसरों से कागजात ले लिए हैं. इसके साथ ही सीबीआई ने इस मामले में 21 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149 और अन्य सेक्शन के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. इनके खिलाफ सशस्त्र दंगे करने के आरोप लगाये गये हैं.
दूसरी ओर, एएनआई न्यूज के अनुसार रामपुरहाट इलाके के बग्तुई गांव की सुरक्षा को और अधिक सख्त कर दी गई है. गांव में आईजी भरत लाल मीणा पहुंचे हैं और सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी भी गांव पहुंच चुके हैं और घटनास्थल का दौरा कर रहे हैं.
बता दें कि बीते शुक्रवार को आदालत के निर्देश के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो के केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) संभाग के अधिकारियों का एक दल पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव के क्षतिग्रस्त मकानों से नमूने एकत्रित करने पहुंचा था. केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की 8 सदस्य टीम के साथ कुछ पुलिसकर्मी भी देखे गए थे. शनिवार को सीबीआई के टीम के सदस्यों ने इस मामले की जांच के लिए गठित सीट के अधिकारियों से कागजात ग्रहण किए. इसके साथ ही बगटुई गांव की सुरक्षा सख्त कर दी गई है. बीरभूम में रामपुरहाट के बग्तुई गांव में आईजी भरत लाल मीणा पहुंचे हैं तथा सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी भी गांव पहुंच चुके हैं.
बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद सोमवार देर रात हिंसा भड़क गई थी. यहां भीड़ ने 10-12 घरों के दरवाजे को बंद कर आग लगा दी थी. एक ही घर से 7 लोगों के शव निकाले गए थे. भड़की हिंसा में कुल 10 लोगों की मौत हो गई थी. जानकारी के मुताबिक बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में टीएमसी के उपप्रधान की हत्या का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था. पुलिस ने इस मामले में अनीरूल हुसैन को गिरफ्तार किया था. सीएम ममता बनर्जी ने खुद घटना स्थल का दौरा किया था और मुआवजे का ऐलान किया था.