CBI ने 'बिटकॉइन घोटाला' मामले की जांच के लिए FBI की मौजूदगी की खबरों को नकारा, भारत नहीं आई FBI की कोई भी टीम

Update: 2022-04-11 02:34 GMT

नई दिल्ली: CBI ने अमेरिका की जांच एजेंसी FBI बिटकॉइन मामले में भारत में कोई जांच नहीं कर रही है. CBI ने इस संबंध में मीडिया में आई खबरों का खंडन किया है. उसने इस मामले में दिए गए बयानों को मनगढंत व काल्पनिक करार दिया है. CBI ने बताया कि एफबीआई ने इस मामले की जांच के लिए भारत में कोई टीम नहीं भेजी है और न ही एफबीआई ने बिटकॉइन मामले में जांच करने के लिए सीबीआई से कोई अनुरोध किया है, इसलिए भारत में सक्षम प्राधिकारी द्वारा जांच के लिए अनुमति देने का सवाल ही नहीं उठता है.

कांग्रेस विधायक ने 8 अप्रैल को किया था ट्वीट
कर्नाटक के चित्तपुर से कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे ने 8 अप्रैल को एक ट्वीट किया था कि मेरा मानना ​​है कि एफबीआई अरबों डॉलर के Bitcoin Scam की जांच के लिए दिल्ली में है. जैसा कि मैंने पहले कहा कि अगर राज्य इस मामले की गंभीरता से जांच करता है, तो बीजेपी के बहुत सारे लोग हिल जाएंगे.
रणदीप सुरजेवाला ने शाह, बोम्मई से किए थे सवाल
प्रियांक के ट्वीट के कुछ ही मिनटों के भीतर कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने लगातार कई ट्वीट कर गृह मंत्री अमित शाह और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर कथित एफबीआई जांच को लेकर निशाना साधा था. उन्होंने लिखा कि #BitcoinScam की परतों का आखिरकार पता लगाया जा रहा है!. इसके साथ ही उन्होंने उनसे कई सवाल भी किए.
रणदीप सुरजेवाला ने लिखा था कि भारत के गृहमंत्री और सीएम बोम्मई जवाब दें कि क्या FBI कर्नाटक बीजेपी सरकार की जानकारी में भारत के सबसे बड़े बिटकॉइन घोटाले की जांच कर रही है? अगर हां, तो जांच की जानकारी के साथ संदिग्धों और राजनीतिक लोगों का विवरण जारी करें.
रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर पूछा था किस कीमत के कितने बिटकॉइन चोरी हुए? कर्नाटक में कौन शामिल है? क्या चुराए गए बिटकॉइन कथित हैकर श्रीकृष्ण के वॉलेट से ट्रांसफर किए गए थे?
कांग्रेस महासचिव ने आगे लिखा था कि जब श्रीकृष्ण हिरासत में था तब 1 दिसंबर 2020 और 14 अप्रैल 2021 को 5,240 करोड़ रुपये के 14,682 बिटफिनेक्स बिटकॉइन चोरी किए गए. क्या व्हेल अलर्ट का ट्रांसफर किए गए बिटकॉइन से कोई संबंध है?
रणदीप सुरजेवाला ने इसके आगे पूछा था कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (जो उस समय प्रभारी गृह मंत्री थे) और दूसरों की राज्य सरकार में क्या भूमिका और जिम्मेदारी है?
फिर उन्होंने इंटरपोल को लिखे पत्र पर सवाल किया था कि इंटरपोल को सूचना क्यों नहीं दी गई? बीजेपी सरकार ने 5 महीने तक इंतजार करने और 17 अप्रैल श्रीकृष्ण की रिहाई के बाद इंटरपोल को 24 अप्रैल 2021 को पत्र क्यों लिखा?
कांग्रेस नेता ने पूछा था कि कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने एनआईए/एसएफआईओ/ईडी को सूचित क्यों नहीं किया?

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