NEET पेपर लीक मामलें में CBI ने मास्टरमाइंड को किया गिरफ्तार

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Update: 2024-07-20 14:45 GMT
New Delhi. नई दिल्ली। नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई CBI ने तीन और गिरफ्तारियां की. गिरफ्तार आरोपियों में कुमार मंगलम बिश्नोई और दीपेंद्र कुमार भरतपुर मेडिकल कॉलेज में मेडिकल के छात्र हैं. ये दोनों सॉल्वर गैंग का हिस्सा थे. इसके अलावा एक शशि कुमार पासवान नीट पेपर लीक मामले में किंगपिन है. पहले गिरफ्तार हुए पंकज उर्फ आदित्य का साथी है, जिसने हजारीबाग से ट्रंक से पेपर चुराने में उसकी मदद की थी. ये सभी हजारीबाग में पेपर सॉल्व करने के लिए एग्जाम के दिन 5 मई को सुबह मौजूद थे. इससे पहले सीबीआई ने रांची रिम्स मेडिकल कॉलेज से सुरभि कुमारी नाम की छात्रा और सुरेंद्र नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था. इनसे पहले पटना एम्स के 4 मेडिकल छात्रों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

दूसरी ओर,समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार शनिवार को सीबीआई ने ‘मास्टरमाइंड’ बी.टेक स्नातक और दो एमबीबीएस छात्रों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने ‘सॉल्वर’ के रूप में काम किया था. समाचार एजेंसी के अनुसार, सीबीआई ने पटना के भरतपुर मेडिकल कॉलेज के दो मेडिकल छात्रों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि “तकनीकी निगरानी ने परीक्षा के दिन हजारीबाग में उनकी मौजूदगी की पुष्टि की है. गिरफ्तार किया गया दूसरा व्यक्ति शशि कुमार पासवान एक ‘ऑलराउंडर’ है. वह सरगना को हर तरह की सहायता प्रदान कर रहा था.”

यह घटना कुछ दिनों पहले सीबीआई द्वारा कथित लीक के सिलसिले में पटना एम्स से चार एमबीबीएस छात्रों को हिरासत में लिए जाने के बाद हुई है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि चारों एमबीबीएस छात्रों पर कथित पेपर लीक सरगना संजीव मुखिया के गिरोह द्वारा पेपर हल करने का काम करने का संदेह है. इस सप्ताह की शुरुआत में, एजेंसी ने एनआईटी जमशेदपुर से 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ ​​आदित्य को गिरफ्तार किया, जिसने हजारीबाग में एनटीए ट्रंक से कथित तौर पर नीट-यूजी पेपर चुराया था. सीबीआई ने पिछले महीने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) से मामले को अपने हाथ में लिया था और मामले में छह प्राथमिकी दर्ज की हैं।
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