CAT एग्‍जाम: दिव्यांग की हो रही चर्चा, जानें पूरी स्टोरी

Update: 2022-05-28 05:18 GMT

अहमदाबाद: गुजरात के रहने वाले दिव्‍यांग छात्र करन कानाखार ने अपना ग्रेजुएशन खत्म करने से पहले IIM के लिए होने वाले एडमिशन टेस्‍ट CAT को क्लियर कर लिया है. करन ने 20 साल की उमर में यह कारनामा कर दिखाया है. उन्‍हें अपने केट के नतीजों के बाद IIM कोलकाता में एडमिशन मिल रहा है. करन उन युवाओं में से है जिन्होंने अपनी कमजोरी को ही अपनी ताकत बनाया है. दरअसल, करन जब 12वीं की पढ़ाई कर रहे थे तब ही से उन्‍होंने तय किया था की वो MBA करेंगे, और अगर MBA ही टार्गेट हे तो देश के बेस्ट इंस्टीट्यूट IIM से क्यूं नहीं. इसी सोच के साथ उन्‍होंने 12वीं से ही CAT को क्रेक करने के लिए पढाई शुरू की थी.

आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक करन कानाखारा का कहना है, ''मैंने 10वी बोर्ड के इम्तिहान नॉर्मल स्‍टूडेंट के तौर पर दिए थे जबकि 12वीं के इम्तिहान पर्सन विद डिसेबिलिटी (PWD) कैटेगरी में दिया था. इससे उन्‍हें परीक्षा में थोड़ा वक्त भी ज्यादा मिला और साथ ही एक टोर्च भी मिला जिस में वो इम्तिहान दे सके. इन दोनों ही इम्तिहान में करन ने 99 पर्सेंटाइल हासिल किये.
करन को फिलहाल 20 प्रतिशत ही दिखाई देता हैं. खुद के साथ इतने ज्यादा चैलेन्‍ज होने के बावजूद करन अपने मैनेजमेंट के गोल को हासिल किया. उन्‍होंने बताया कि उनके परिवार में उनकी बहन श्रद्धा, पिता जितेन्द्रभाई और माता पूजा बहन ने उनका बहुत सहयोग किया. साथ ही उन्‍हें IIM एडमिशन की तैयारी उन्‍हें उनके दोस्त हरशीत महेता और देव पटेल लगातार पूरा सिलेबस बोल बोल के पढ़ाते रहे. करन अपने जीवन में श्रीकांत बोल्ला को आर्दश मानते हैं. उन्होंने कहा कि वह श्रीकांत के एक वाक्य को हमेशा याद करते हैं कि जिंदगी में आपको विज़न से ज्यादा फोकस होने की जरूरत है.
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