कैशकांड: मंत्री ने कही बड़ी बात, किया ट्वीट

Update: 2022-08-02 07:14 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

गुवाहाटी: झारखंड कैशकांड में भारतीय जनता पार्टी के नेता पीयूष हजारिका ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि मामले में FIR दर्ज कराने वाले कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात की थी। साथ ही उन्होंने सिंह के आरोपों को भी निराधार बताया है। सिंह ने कांग्रेस के तीन विधायकों पर हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल होने और झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार को गिराने की साजिश में शामिल होने के आरोप लगाए थे।

असम सरकार में मंत्री हजारिका ने ट्वीट किया, 'निराधार आरोपों पर ताथ्य साझा करते हुए झारखंड कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह ने... झूठे आरोप लगाए कि गिरफ्तार हुए तीन विधायकों उन्हें माननीय सीएम हिमंत बिस्वा सरमा सर से मिलने के लिए मना रहे थे।' उन्होंने इसके साथ ही कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं।
सरमा के करीबी माने जाने वाले मंत्री ने कहा कि FIR दर्ज होने के पां दिन पहले ही असम के सीएम सिंह को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर दिल्ली लेकर गए थे। 26 जुलाई को यह बैठक सुबह 9 बजे हुई। उन्होंने बताया कि यह बैठक ट्रेड यूनियन के मुद्दे से जुड़ी हुई थी, जिसमें सिंह ने जोशी से मिलने के लिए सरा की मदद मांगी थी।
उन्होंने ट्वीट किया, 'जयमंगल सिंह नियमित रूप से सीएम हिमंत विस्वा से मिल रहे थे। असम के माननीय सीएम और उन आदिवासी विधायकों के खिलाफ फर्जी आरोप लगाने के लिए कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए।'
इससे पहले सीएम सरमा भी आरोपों से इनकार कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया था कि वह उस कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेताओं के संपर्क में हैं, जिसमें उन्होंने 22 साल गुजारे हैं। रविवार को उन्होंने कहा था, 'यह केवल एक विधायक हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेता भी मेरे संपर्क में है, राजनीति पर चर्चा के लिए नहीं, लेकिन जब मैंने उस पार्टी में 22 साल गुजारे हैं तो उनसे संपर्क होगा ही। लेकिन क्या केवल इसलिए कोई FIR दर्ज करा देगा? मुझे नहीं पता कि कांग्रेस में क्या हुआ।'
कांग्रेस विधायक सिंह ने पार्टी के विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगादी के खिलाफ अरगोरा पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाए थे कि ये तीनों नेता हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल थे। साथ ही ये आरोप भी लगाए गए कि नेता हेमंत सोरेन की सरकार को गिराने की साजिश का भी हिस्सा थे।
पुलिस को दी गई शिकायत में सिंह ने दावा किया था कि तीन विधायकों ने उन्हें कोलकाता बुलाया था। कांग्रेस विधायक ने कहा है कि इन नेताओं ने उन्हें 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद का ऑफर दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि तीनों नेता उन्हें सोरेन सरकार को गिराने के लिए सरमा से मुलाकात के लिए ले जा रहे थे, जिन्हें दिल्ली के बड़े भाजपा नेताओं का 'आशीर्वाद' प्राप्त है।
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