नई दिल्ली: कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार को झारखंड कांग्रेस के गिरफ्तार तीन विधायकों द्वारा मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग वाली याचिका खारिज कर दिया है. इसके बाद कोर्ट ने सीआईडी को मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच जारी रखने की अनुमति दी है.
झारखंड के कांग्रेस इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी को 31 जुलाई की देर रात को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में गिरफ्तार कर लिया गया था. वह जिस कार में थे, उसमें से कथित तौर पर 49 लाख रुपये नकद हुए थे. इसके बाद इस मामले की जांच सीआईडी ने शुरू कर दी थी, जिसे चुनौती देते हुए तीनों विधायकों ने सीबीआई जांच की मांग की थी.
- सीआईडी ने बुधवार को दावा किया था कि कैशकांड मामले की जांच करने दिल्ली और गुवाहाटी गई उसकी टीमों को स्थानीय पुलिस ने पकड़ लिया. सीआईडी को कैश कांड की जांच के दौरान असम कनेक्शन भी मिला है. इस सिलसिल में सीआईडी की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगालने गुवाहाटी एयरपोर्ट गई थी, लेकिन वह जांच कर पाती उससे पहले ही वहां की पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.
वहीं इस मामले में गुवाहाटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि टीम के लोगों को हिरासत में लेने की बात पूरी तरह से गलत है. उन्होंने बताया कि टीम के सदस्य शहर में गुवाहाटी पुलिस के दिए वाहन में ही यात्रा कर रहे हैं.''
- सीआईडी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के गिरफ्तार विधायकों के एक सहयोगी की संपत्ति पर छापेमारी करने के लिए उनकी एक टीम दिल्ली गई थी लेकिन उसकी टीम को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जबकि उनके पास अदालती वारंट भी था.
हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कहा कि उसे तलाशी वारंट के क्रियान्वयन में कुछ विसंगतियां दिखी थीं लेकिन बाद में उसने सीआईडी की टीम की पूरी मदद की.
एसयूवी से भारी मात्रा में कैश बरामद होने के बाद झारखंड कांग्रेस प्रभारी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि तीनों विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं कैशकांड में विधायकों के अलावा एक ड्राइवर और एक सहायक भी पकड़ा गया है. 1 अगस्त को सभी को कोर्ट में पेश किया गया था तो कोर्ट ने उन्हें 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया.
49 लाख बरामद होने के बाद झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि झारखंड में हमारी गठबंधन सरकार गिराने के लिए चलाया गया ऑपरेशन लोटस असफल हो गया है. उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम के लिए असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा को दोषी ठहराया है.
अविनाश पांडे ने कहा था कि असम के मुख्यमंत्री ने बीते कई दिनों तक दिल्ली में डेरा हुआ था. उन्होंने हमारे किस-किस विधायक से बात की, इसकी फोन रिकॉर्डिंग समेत सभी रिकॉर्ड हमारे पास हैं, समय आने पर इसको सबके सामने लाया जाएगा. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने जो महाराष्ट्र और एमपी में किया, झारखंड में भी वही दोहराने की कोशिश की जा रही है. राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश देखी गई थी.