बाराबंकी। बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ से लापता युवती के लखनऊ में मिलने के मामले में पुलिस ने युवक की मां, मौसी व भाई के खिलाफ अपहरण, अवैध रुप से धर्मांतरण कराने का मुकदमा दर्ज किया गया है। शुक्रवार देर रात तीनों पर केस दर्ज करने के बाद पुलिस छानबीन में जुटी है। वहीं युवती को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया है। अब न्यायालय में युवती के बयान पुलिस दर्ज कराएगी। हैदरगढ़ में अपनी रिश्तेदारी में आने वाले एक युवक का यहां की निवासी 19 साल की एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। एक साल पहले युवक किसी मामले में जेल चला गया। जबकि तीन माह पहले युवती लापता हो गई। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज का शुक्रवार को युवती को लखनऊ से खोज निकाला और अपने साथ हैदरगढ़ कोतवाली लाई थी लेकिन युवती ने युवक के पक्ष में ही बयान दिया।
इस पर परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनकी पुत्री को बहला फुसलाकर ले जाया गया है। डरा धमका कर उसका धर्मांतरण करा दिया। इसका वीडियो जारी किया गया। आरोप लगाया कि पुत्री डर के कारण गलत बयान दे रही है। आखिरकार देर रात पुलिस ने युवती की मां की तहरीर पर युवक की मौसी हैदरगढ़ निवासी नाजबानो, मां रुख्शाना व भाई वैस मोहम्मद के खिलाफ अपहरण, धर्मांतरण व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है। परिजनों ने मांग की है कि उनकी पुत्री को नारी सुधार गृह भेजा जाय। हैदरगढ़ के कोतवाल अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि युवती को वन स्टॉप सेंटर पर रखा गया है। अब न्यायालय में धारा-164 के तहत बयान कराने के बाद आगे की कार्रवाई न्यायालय के आदेशानुसार की जाएगी।