छात्रा की मौत का मामला: शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने के लिए हेडमास्टर पर पॉक्सो के तहत केस दर्ज
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने छात्रा की मौत पर दुख जताया है
तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कोयंबटूर में एक टीचर की ओर से कथित यौन उत्पीड़न (Sexual Harrasment) के बाद आत्महत्या करने वाली छात्रा की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने के मामले में यहां के एक स्कूल के हेडमास्टर के खिलाफ शनिवार को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि हेडमास्टर अब भी फरार है और उसकी तलाश के लिए पुलिस की दो विशेष टीमों का गठन किया गया है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने छात्रा की मौत पर दुख जताया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि एक इंसान के पशुवत कृत्य ने एक जिंदगी छीन ली. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि स्कूलों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि यौन हमले न हों. हम दोषियों को गिरफ्तार कर उन्हें कानून के कटघरे में लाएंगे. महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे.
टीचर को 15 दिनों की हिरासत में भेजा गया
इससे पहले आज 17 साल की छात्रा की मौत के मामले में दो और लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया. वहीं टीचर को 15 दिनों की हिरासत में भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि कथित तौर पर पीड़िता की ओर से लिखे गए एक सुसाइड नोट में स्कूल के हेडमास्टर समेत दो अन्य लोगों के खिलाफ उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया गया है. इस बीच पुलिस ने टीचर की ओर से लड़की को अश्लील संदेश भेजने और उसके मोबाइल फोन से उनकी बातचीत के सबूत जुटाए.
पुलिस ने कहा कि लड़की के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया. वहीं स्कूल हेडमास्टर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे छात्रा के माता-पिता और परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया. पुलिस ने कहा कि छात्रों और महिला संगठनों, एसडीपीआई और थंथई पेरियार द्रविड़ कषगम के प्रतिनिधियों समेत 100 से अधिक लोग स्कूल प्रबंधन और सुसाइड नोट में नामित दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर लड़की के घर के सामने जमा हो गए. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार टीचर को उडुमलपेट में उप-जेल भेज दिया गया है. 17 साल की पीड़िता ने गुरुवार को अपने घर में फांसी लगा ली, क्योंकि वो पिछले अप्रैल में दुर्व्यवहार के आघात से उबर नहीं पाई थी.