यूपी के कासगंज में दस साल पूर्व थाने के लॉकअप में मारपीट करने वाले बसपा के पूर्व विधायक हसरत उल्ला शेरवानी सहित नौ लोगों को कोर्ट ने दोषी करार दिया है.
इस मामले में कोर्ट ने विधायक को अगली सुनवाई तक पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया है. आगामी 25 अगस्त को अंतिम सुनवाई का फैसला लिया जायेगा.
बसपा शासन काल में यानी वर्ष 2011 में विधायक रहे हसरत उल्ला शेरवानी और उनके समर्थकों ने ढोलना थाने के लॉकअप में बंद शमशाद को बाहर निकाल कर पुलिस के सामने पीटा था.
पीड़ित शमशाद ने जान से मारने का मामला दर्ज करवाया, जिसके बाद पूरा केस कोर्ट तक पहुंचा. इस मामले में न्यायालय में आज (शनिवार) सुनवाई हुई.
पक्ष-विपक्ष की दलीलें और पुलिस की गवाही के बाद एमपी, एमएलए कोर्ट ने विधायक सहित नौ लोगों को दोषी करार दिया. साथ ही पूर्व विधायक हसरत उल्ला शेरवानी और उनके भांजे सहित नौ लोगों को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया. अंतिम सुनवाई 25 अगस्त को सुनिश्चित की गई है.