दिल्ली। दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के समर्थन में दिल्ली के सरकारी स्कूल के गेट पर पोस्टर लगाने के मामले में केस दर्ज हो गया है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) की समन्वयक के खिलाफ यह केस दर्ज किया है.
इस मामले को संज्ञान लेते हुए नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली पुलिस को केस दर्ज करने का आदेश दिया था. पुलिस ने गजाला के खिलाफ दिल्ली सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम की धारा-3 यानी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज किया गया है. मालूम हो कि बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी शिकायत की थी कि स्कूल के बाहर स्टॉल लगाकर बच्च्चों से सिसोदिया के समर्थन में पोस्टर बनवाए जा रहे हैं.एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा है कि स्कूली बच्चों उपयोग एक आरोपी को बचाने में किया जा रहा है. बच्चों के कोमल मन मस्तिष्क में अपराधियों के महिमामंडन का गलत प्रभाव पड़ेगा.
एफआईआर में कहा गया कि दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में शुक्रवार सुबह सर्वोदय कन्या विद्यालय की प्रिंसिपल गीता रानी के साथ मिलकर एसएमसी समन्वयक गजाला ने पोस्टर लगवाए. उन्होंने छात्राओं से स्कूल के गेट पर एक डेस्क पर चढ़कर पोस्टर लगाने के लिए कहा. स्कूल भवन की प्रभारी प्रिंसिपल ने स्कूल से डेस्क दीं, जिनका इस्तेमाल सिसोदिया के समर्थन वाले पोस्टर लगाने के लिए किया गया. गजाला पर आरोप है कि राजनैतिक फायदा लेने के लिए छात्राओं को स्कूल के बाहर बैठाया और स्कूल गेट पर 'आई लव मनीष सिसोदिया' के बैनर पोस्टर लगवाए.