जॉर्जटाउन: कैरेबियाई समुदाय (कैरिकॉम) के नेताओं ने ग्लोबल साउथ की आवाज बनने और कैरेबियाई देशों की चिंताओं को विश्व के एजेंडे में रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। बुधवार को दूसरे इंडिया-कारिकॉम समिट (भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन) में पीएम मोदी ने कहा कि जब क्षेत्र और ग्लोबल साउथ नई वैश्विक चुनौतियों से जूझ रहे हैं, तो भारत कैरेबियाई देशों को लगातार मदद और सहयोग प्रदान करने को प्रतिबद्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा ग्लोबल वैश्विक चिंताओं का संज्ञान लिया है।
कैरिकॉम के अध्यक्ष डिकन मिशेल ने कहा, "मैं कैरिकॉम के सभी नागरिकों की ओर से पीएम मोदी, भारत सरकार और भारत के लोगों का दिल से धन्यवाद अर्पित करता हूं, जिन्होंने ग्लोबल साउथ सिद्धांतों और आकांक्षाओं को बढ़ावा देने में सक्रिय और प्रभावशाली भूमिका निभाई है।"
उन्होंने आगे कहा, "इस जटिल और आपस में जुड़े वैश्वीकरण के युग में हम भारत द्वारा हमारे क्षेत्र के सतत विकास के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं।" उन्होंने कैरिकॉम नेताओं से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता और सतत विकास के प्रति उनके समर्पण ने हम सभी के लिए एक अद्वितीय उदाहरण स्थापित किया है।"
उन्होंने कैरीकॉम देशों को भारत द्वारा कोविड वैक्सीन देने की बात का जिक्र करते हुए कहा, "इससे यह दिखाया गया कि अपनी बड़ी जरूरत के समय में भी, भारत ने कैरीकॉम के में अपने भाइयों और बहनों की चिंता की।" उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का "दूरदर्शी नेतृत्व भारत और कैरिकॉम के बीच संबंधों को मजबूत करने में सहायक रहा है।"
मिशेल ने कहा, "हमारा सहयोग विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिनमें व्यापार, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और जलवायु लचीलापन शामिल हैं, जो हमारे क्षेत्रों के सतत विकास और समृद्धि में योगदान कर रहे हैं' और 'भारत की कृषि, ऊर्जा, स्वास्थ्य, मानव संसाधन विकास और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विशेषज्ञता इस क्षेत्र की मदद कर सकती है।"
कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के मेजबान गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि उनके "दूरदर्शी नेतृत्व के कारण भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय में एक प्रभावशाली आवाज बन गया है, आप वैश्विक दक्षिण की आवाज के रूप में उभर रहे हैं।"