झुंझुनू। झुंझुनू कस्बे से जाखोद की ओर जाने वाली रोड पर स्थित अगरावली जोहड़ी के समीप पेड़ से टकराने से कार में सवार तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि एक घायल हो गया। जिसका ईलाज झुंझुनूं में चल रहा है। जानकारी के मुताबिक कालूराम की ढाणी तन लोटिया निवासी मुकेश पुत्र सतवीर (35) अपनी कार से सूरजगढ़ की ओर आ रहा था। गाड़ी में उसका चचेरा भाई अजय पुत्र हवा सिंह (26), रिश्ते में चाचा प्यारेलाल पुत्र जीतराम (45) तथा साथी पवन शर्मा पुत्र गोकुलचंद (50) भी बैठे थे। अगरावली जोहड़ी के पास गाड़ी पहुंची तो मोड़ पर असंतुलित हो गई और सड़क किनारे खड़े पेड़ से टकरा गई। जीवन ज्योति रक्षा समिति ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया चिकित्सकों ने मुकेश और अजय को मृत घोषित कर दिया। जबकि प्यारेलाल तथा पवन को सूरजगढ़ के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से हालत गंभीर होने पर दोनों को पहले झुंझुनूं रैफर किया गया। इसके बाद प्यारेलाल को जयपुर के लिए रैफर किया गया। लेकिन प्यारेलाल ने भी जयपुर जाते वक्त बीच रास्ते में दम तोड़ दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार को साइड में करवाया। वहीं मृतक मुकेश और अजय के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। इधर, परिजन दोनों के दाह संस्कार कर घर लौटे ही थे कि प्यारेलाल की मौत का भी समाचार मिल गया। परिवार में एक साथ तीन जनों की मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रखा है। वहीं गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। प्यारेलाल के शव को भी मोर्चरी में रखवाया गया है। जिसका सोमवार सुबह पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। वहीं घायल पवन शर्मा की हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक मृतक मुकेश निजी बस में ड्राईवरी करता है। जिसके चलते वह ज्यादातर समय बाहर ही रहता है। लेकिन दो-तीन दिन से वह गांव आया हुआ था। सूरजगढ़ जाने को लेकर जानकारी तो सामने नहीं आई। लेकिन माना जा रहा है कि वह अपने रिश्ते में भाई, चाचा और दोस्त के साथ घूमने के लिए जा रहा था। जिस कार से हादसा हुआ है। वो भी मुकेश की ही थी। जिसने जयपुर में ट्यूरिस्ट एजेंसी में लगा रखी थी और खुद बस की ड्राइवरी करता है। गांव आया तो मुकेश अपनी कार लेकर आया हुआ था। इसी कार से वह सूरजगढ़ जा रहा था और हादसा हो गया।
मृतक प्यारेलाल रिश्ते में मृतक मुकेश और अजय का चाचा लगता था। प्यारेलाल के बड़े भाई हंसराज का भी करीब पांच- छह साल पहले बीमारी के चलते निधन हो गया था। अब परिवार में दूसरी मौत के बाद मातम छाया हुआ है। प्यारेलाल और घायल पवन शर्मा गांव में ही खेती का काम करते है। वहीं अजय भी खेती का काम करने के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था।