आयुष मंत्री ने युवाओं को आयुष पद्धतियों से जोड़ने का आह्वान करते हुए ये कहा.....
आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने युवाओं को आयुष पद्धतियों से जोड़ने का आह्वान करते हुए शुक्रवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन समेत समस्त चुनाैतियों का समाधान प्राकृतिक जीवन शैली में निहित है। सोनोवाल ने यहां पांचवें प्राकृतिक चिकित्सा दिवस समरोह का उद्घाटन करते हुए कहा कि आयुष पद्धतियों आयुर्वेद, सिद्ध, युनानी, योग, प्राकृतिक चिकित्सा और होम्योपैथी से युवाओं को जाेड़ा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में योग दिवस सबसे ज्यादा मनाया जाना वाला दिवस बन गया है। हाल में 21 जून को योग दिवस के आयोजन सभी देशों में किये गये और इनमें 125 करोड़ लोग शामिल हुए। उन्होंने कहा कि काेरोना महामारी के दौरान और बाद में पूरी दुनिया में भारतीय चिकित्सा पद्धतियों की ओर आकर्षण बढ़ा है और इन पर भरोसा बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन समेत समस्त आधुनिक चुनौतियों का समाधान प्राकृतिक जीवन शैली में समाहित है। युवाओं को प्राकृतिक जीवन शैली की ओर प्रेरित किया जाना चाहिए और आयुष चिकित्सा पद्धतियों की जानकारी उनको दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी का बलिष्ठ और स्वस्थ होना चाहिए जिससे वह राष्ट्र निर्माण अपना योगदान दे सके।
उन्होंने इस अवसर प्राकृतिक चिकित्सा में उल्लेखनीय विकास तथा शोध करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित भी किया। प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के अवसर पर प्राकृतिक चिकित्सा एवं परामर्श शिविर अभियान की शुरुआत भी की गयी। प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर पूरे देश में 100 प्राकृतिक चिकित्सा एवं परामर्श शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। अगले वर्ष 31 मार्च तक 1000 शिविर आयोजित करने की योजना है।
सोनोवाल ने कहा कि समाज का स्वस्थ रखने में प्राकृतिक चिकित्सा और प्राकृतिक जीवन शैली की महत्वपूर्ण भूमिका है। सरकार आयुष पद्धतियों के विकास एवं प्रचार प्रसार के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सरकार के प्रयासों से पूरी दुनिया में आयुष को पहचान मिली है।