भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले असंतोष को मिटाने और संतुलन को बनाए रखने की भाजपा की कोशिशें जारी हैं। इसी क्रम में शिवराज मंत्रिमंडल में विस्तार की कवायद चल रही है और सत्ता व संगठन से जुड़े लोग नामां को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
राज्य में विधायकों के अनुपात में मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल में 34 सदस्य हो सकते हैं। वर्तमान में सदस्यों की संख्या 30 है। कुल मिलाकर मंत्रियों के चार पद अब भी रिक्त हैं। इस तरह वर्तमान में चार सदस्यों को मंत्री के तौर पर स्थान दिया जा सकता है।
राज्य में कई नेता ऐसे हैं जो मंत्री पद की दावेदारी लंबे अरसे से करते आ रहे हैं और मंत्रिमंडल विस्तार में उनके नाम आने की चर्चाएं भी जोरों पर हैं। इन्हीं चर्चाओं के बीच मंगलवार की रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगु भाई पटेल से राजभवन में जाकर मुलाकात की, उसके बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार की देर रात को भी मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के अलावा अन्य नेताओं की मौजूदगी में एक बैठक हुई। इस बैठक में संभावित नाम पर भी चर्चा होने की बात कही जा रही है।
सूत्रों का दावा है कि सत्ता और संगठन ने मिलकर दो नाम को अंतिम रूप दे दिया गया है। ये हैं विंध्य क्षेत्र से राजेंद्र शुक्ला और महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन। इसके अलावा भी एक दो लोगों के नाम पर चर्चा चल रही है, मगर उन पर सहमति नहीं बन पाई है।
बुंदेलखंड के टीकमगढ़ जिले से विधायक राहुल लोधी को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है, वे पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे है मगर इस पर कई नेता सहमत नहीं है। फिलहाल पार्टी की ओर से कई विधायकों को भोपाल में ही रुकने की हिदायत दी गई है। मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा इसकी आधिकारिक जानकारी सत्ता और संगठन की ओर से नहीं दी गई है मगर संभावना जताई जा रही है कि एक-दो दिन में विस्तार होना लगभग तय है।