बारातियों से भरी बस बेकाबू होकर पलटी, 25 यात्री घायल, एक की मौत
कलेक्टर घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे
राजगढ़। इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन पर शनिवार दोपहर करीब तीन बजे फुलगांवड़ी के समीप भीषण सड़क हादसा हो गया। बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में करीब 40 से अधिक लोग सवार थे। इसमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 25 से अधिक लोग घायल हुए है। वहीं अन्य सवार को मामूली चोंट आई हैं। इसमें कई महिलाएं और बच्चे भी घायल हुए है। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए एंबुलेंस एवं निजी वाहनों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरदारपुर लाया गया। जहां घायलों का उपचार जारी है। वहीं चार से पांच गंभीर घायलों को धार के जिला अस्पताल रेफर किया गया।
बस असंतुलित होकर पलटी खाना बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। वहीं हादसे की खबर सुनते ही विधायक प्रताप ग्रेवाल भी तुरंत ही सरदारपुर के अस्पताल पहुंचे। यहां पर उन्होंने घायलों से चर्चा कर सांत्वना दी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बस (क्रमांक एमपी 13 जीए 2052) इंदौर से राजगढ़-कुक्षी की ओर जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि बस की रफ्तार तेज थी। इस वजह डिवाइडर तोड़ते हुए एक पट्टी से दूसरी पट्टी में बस जा पहुंची। वहीं दूसरी लेन की रेलिंग से टकराकर वापस पहले वाली लेन में आ गई । इससे हादसे की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
हादसे में हातोद निवासी 40 वर्षीय कैलाश पुत्र मांगीलाल डामोर की मौत हुई है। जबकि अन्य घायल हुए हैं। ये हुए घायल हादसे में इंदौर निवासी शिवानी जितेंद्र, अमझेरा की काजल अंतरसिंह, बदनावर के दिव्या राजू, अमझेरा की उमा, सरदारपुर की वर्षा भूरू, धार के ललीता राजू, रिंगनोद के संजय शंकर, पारा के मंजू मुकेश, सरदारपुर की सहजादी, खिलेड़ी के शारदा देवड़ा, नरवाली की प्रेमा डिंगवाल, दसई की सीमा शंकर, पारा की सनकी बहादुर, हातोद की रंभा, दत्तीगांव की रंभा जामसिंह, खरेली की रीनाबाई गोविंद, नरवाली के दीपेश, धावड़दा की गीताबाई, डिंगलई की भगवंता, धावड़दा के कोदरसिंह, धावड़दा की गीताबाई, खिल्ली की मुकेश रामसिंह, कुक्षी के विजय भगवान, पारा की लक्ष्मी मुकेश एवं शिवानी घायल हुई हैं।
पत्नी के साथ जा रहे थे शादी में हादसे में मृतक कैलाश अपनी पत्नी के साथ टिमायची निवासी रिश्तेदार की शादी में जा रहे थे। इसके चलते दोपहर को हातोद से बस में सवार होकर दंपति राजगढ़ के लिए निकले थे, लेकिन रास्ते में हादसे के कारण कैलाश की मौत हो गई। घटना के बाद से स्वजनों को रो-रोकर बुरा हाल हैं। गौरतलब है कि तेज गति से जा रही बस एक पट्टी से दूसरी पट्टी पर जा पहुंची, लेकिन दूसरी पट्टी पर रेलिंग होने के कारण बस रेलिंग से टकरा गई। इससे बस नीचे खाई में जाने से बच गई। यदि सड़क किनारे रेलिंग नहीं होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। इधर, हादसे के दौरान फोरलेन पर वाहनों की लंबी कतारे लग गई थी। इसके चलते काफी देर तक यातायात भी बाधित रहा। पुलिस के पहुंचने के बाद वाहनों का आवागमन प्रारंभ हो सका।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस हादसे में एक युवक के पैर का चकनाचूर हो गया तो एक नन्हे से बालक का पैर का पंजा कटकर ही अलग हो गया। जब नन्हें बालक को अस्पताल लाया गया तो नन्हां बच्चा दर्द में तड़पता चिखता बिलखता से अस्पताल में उपस्थित लोगों की आंखे नम हो गई। इसी हादसे में एक युवक के पैरों की चमड़ी भी निकल गई। लोग बने देवदूत जिस जगह हादसा हुआ उस स्थान से आवागमन करने वाले लोगों ने हादसे की आवाज और खबर सूनी। प्रत्यक्षदर्षियों का कहना है कि बस संतुलन खोने के बाद दो बार पलटी खाई। बस में सवार लोगों की चीख सूनकर लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। काफी मषक्कत के बाद लोगों को बस के अंदर से बाहर निकाला गया। साथ ही पुलिस व एंबुलेंस की अस्पताल पहुंचाया।