पलवल। जिले के गांव अल्लिका में एक व्यक्ति को पंचायत के चुनावों की रंजिश के चलते गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। जबकि मृतक के दो परिजन भी इस घटना गंभीर रूप से घायल हो गए। यह चुनावी रंजिश वर्षों से चल रही है। जिसमें अब तक मृतक 50 वर्षीय सुमेर व उसके भाई के अलावा उनके एक समर्थक सहित कुल तीन लोगों की हत्या हो चुकी है। फिलहाल पुलिस ने मौजूदा सरपंच निशा उसके पति हेमराज के अलावा 20 नामजद लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास के अलावा अन्य सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की हैं। इस मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी हेडक्वार्टर शाकिर हुसैन के अनुसार पंचायत चुनाव के दौरान इन दोनों पक्षो का झगड़ा हुआ था।
जिसके चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया है। शाकिर हुसैन के अनुसार हत्याकांड की हर पहलू से जांच की जा रही है। इससे सम्बंधित किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं मृतक सुमेर के भतीजे द्वारा दिए बयान में बताया कि मेरी भाभी और पूर्व सरपंच धीरसिंह की पत्नी पिंकी ने मौजूदा सरपंच निशा के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें निशा विजयी हुई थी। उसके बाद सरपंच निशा के खिलाफ मेरे चाचा मृतक सुमेर के लड़के उत्कर्ष ने फर्जी दस्तावेजों पर आरटीआई व उपायुक्त कार्यालय में सिकायत लगाई थी। जिसके चलते उन्हें आरटीआई वापस लेने के लिए बार-बार धमकियां दी जा रही थी,लेकिन उन्होंने आरटीआई वापस नहीं लिया और आरोपियों ने वारदात को अंजाम दे दिया। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।जिसके आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।