बीएससी की छात्रा ने दी जान, सुसाइड नोट में ऐसा लिखा पढ़कर हिल गए परिजन

पुलिस ने उसके पास से तीन पन्नों का सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है।

Update: 2024-04-09 02:35 GMT

सांकेतिक तस्वीर

रांची: रांची के डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि (डीएसपीएमयू) में बीएससी सेकेंड ईयर की छात्रा अलका कुमारी ने पढ़ाई के दबाव में आकर फांसी लगा जान दे दी। शव सोमवार को रेडियम रोड स्थित गर्ल्स हॉस्टल के कमरे से बरामद किया गया। वह खूंटी के मनहातू गांव की थी। पुलिस ने उसके पास से तीन पन्नों का सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है।
सुसाइड नोट के पहले पन्ना में लिखा है- मेरा हॉस्टल में मन नहीं लगता है। मैं यहां पर रहना नहीं चाहती हूं। दूसरे पन्ने में लिखा है- मैं क्या करूं मां। पढ़ाई करना चाहती हूं, पर पढ़ नहीं पाती। किताब खुली रहती है। रात में नींद तक नहीं आती। तीसरे पन्ने में लिखा है- मेरे मन में नकारात्मकता भर गयी है। मैं परीक्षा में भी सफल नहीं हो पाऊंगी।
बताया जा रहा है कि छात्रा की रूम मेट सोमवार दिन के 12 बजे कक्षा के लिए कॉलेज चली गई थी। शाम चार बजे लौटी तो कमरा अंदर से बंद था। संदेह होने के बाद हॉस्टल संचालक और लालपुर पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची लालपुर पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो छात्रा पंखे में फंदे से लटकी मिली। चिकित्सक ने जांच की तो उसकी मौत हो चुकी थी।
रनिया की अलका कुमारी मेधावी छात्रा थी, 2020 में संत अन्ना स्कूल तोरपा से मैट्रिक की परीक्षा दी थी। मैट्रिक में वह 93.8 प्रतिशत अंक लाकर जिले में सेकेंड टॉपर बनी थी। अलका के पिता विनोद नाग कर्रा रोड तोरपा में आटा चक्की चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं।
अलका के पिता, दोनों भाई और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। विनोद मूल रूप से रनिया मनहातू गांव के निवासी हैं और तोरपा में किराये के मकान में रहते हैं। वहीं अलका कुमारी की सोमवार को आकस्मिक मौत की जानकारी मिलने पर तोरपा-कर्रा रोड मुहल्ले के लोग काफी दुखी हैं।
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