अधेड़ की बेरहमी से हत्या, सिपाही समेत तीन लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज
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अम्बेडकरनगर। अम्बेडकरनगर के थाने भीटी क्षेत्र के इटवा गांव में सड़क किनारे सोने के कारोबारी का शव मिलने से सनसनी फैल गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं मृतक के पुत्र ने भीटी थाने में तैनात एक सिपाही समेत दो अज्ञात पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से कतराती रही।मृतक के पुत्र का आरोप है कि उनके पिता कल दोपहर को घर से निकले थे। शाम को उस सिपाही के साथ थे। जब शाम को हम लोग फोन किए तो सिपाही बोला आप के पापा ज्यादा शराब पी ली है। मोबाइल तोड़ दिए है। रात में वह घर नहीं आए और सुबह उनका शव मिला। काफी जद्दोजहद के बाद आखिर कार पुलिस ने आरोपी सिपाही समेत दो अज्ञात के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। बाद में परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद शव का दाह संस्कार करने की बात पर अड़े रहे। वही किसान यूनियन संगठन के लोगों ने भी आरोपियों की गिरफ्तारी की बात मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग करते हुए सीओ व उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
मामला भीटी थाना क्षेत्र अंतर्गत चिउटी पारा गांव का है। पुलिस ने मृतक पहलाद की पत्नी मंजू की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है। भीटी थानाध्यक्ष को दिए गए शिकायती पत्र में मृतक की पत्नी मंजू का आरोप है कि 14 फरवरी की शाम करीब 5 बजे प्रत्यूष सिंह सिपाही व रवि सिंह तथा दो अन्य व्यक्ति उसके घर गए और उसके पति प्रहलाद सिंह पुत्र हरिभान सिंह उम्र 48 वर्ष को साथ लेकर चले गए। रात करीब दस बजे उसके पति घर नहीं आए तो उसने पति के नंबर पर फोन किया तो उनका नंबर बंद बता रहा था फिर उसका लड़का राज सिंह प्रत्यूष सिंह सिपाही के नंबर पर फोन करके पता किया तब सिपाही ने बताया कि उसके पिता दारु के नशे में अपनी मोबाइल तोड़ डाली है और कहीं पर होंगे आप लोग पता लगाइए। पीड़िता का लड़का राज सिंह जेठानी शीला सिंह उसकी पुत्री मोंटी सिंह कुछ रिश्तेदारों के साथ छानबीन करना शुरू किया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली थी। सुबह खोजते खोजते तेजापुर मोड़ के पास ईट भट्टा के किनारे उनके पति का शव पड़ा था। पीड़िता मंजू की तहरीर पर पुलिस ने भीटी थाने में तैनात प्रत्यूष सिंह सिपाही, थाना क्षेत्र के पिगरियावा निवासी रवि सिंह पुत्र सुभाष व दो अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।मृतक की पत्नी मंजू ने बुधवार को देर शाम शिकायती पत्र थाने पर दिया था लेकिन पुलिस ने हीला हवाली करते हुए सिपाही के बचाव व सड़क दुर्घटना का हवाला देते हुए मुकदमा नहीं लिखना चाहती थी उधर परिजन शव का दाह संस्कार भी पोस्टमार्टम होने के बाद नहीं किए थे शव को घर पर रखे थे। आखिर पुलिस को मजबूर होकर मुकदमा लिखना पड़ा।
मृतक के परिजन मुकदमा लिखे जाने के बाद भी शव का दाह संस्कार नहीं कर रहे थे परिजनों की मांग की थी पहले आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए तब जाकर शव का दाह संस्कार किया जाएगा। गिरफ्तारी के बाद दाह संस्कार होने की बात सामने आने पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। पीएससी समेत कई थानों की पुलिस सड़कों पर तैनात हो गई ताकि परिजन शव को रोड पर रखकर सड़क जाम ना कर सके। अंतिम संस्कार ना करने पर प्रशासन पूरी तरह से परेशान होता रहा लेकिन देर शाम होते होते उप जिला अधिकारी के आश्वासन के बाद लाश का दाह संस्कार किया गया उप जिला अधिकारी सचिन यादव ने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि जो भी सहायता संभव होगी वह सहायता परिवार के लिए किया जाएग और उन्होंने कहा कि अगर कभी भी किसी भी समय आवश्यकता पड़े तो हमारा मोबाइल नंबर ले लीजिए और तत्काल हमें सूचना करिए उसके लिए मैं सदैव तत्पर रहूंगा वही जब मीडिया द्वारा सिओ शुभम कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कांस्टेबल प्रत्यूष सिंह और रवि सिंह और दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हमारे द्वारा विवेचना की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट तीन डाक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम किया गया है सिपाही को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने का आदेश दिया जा चुका है जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाएगी वहीं भारतीय किसान यूनियन ने मांग करते हुए कहा है कि लखीमपुर खीरी में जब किसानों के साथ गलत हुआ तो वहां का प्रशासन 50 लाख और एक नौकरी दी गई है हम भी यहां वही चाहते हैं वहीं जब मीडिया कर्मियों ने परिवारजनों से बात किया तो उन्होंने कहा कि हमें कुछ भी मिल जाए लेकिन हमारा पिता तो चला गया बेटी का रो रो कर बुरा हाल है बेटी ने सीओ शुभम से बताया कि जब प्रत्यूष सिपाही से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि तुम्हारे पिता ज्यादा शराब पी लिए हैं और अपनी मोबाइल तोड़ कर फेंक दिए हैं लेकिन जब लाश मिलती है तो जेब से मोबाइल फोन सही सलामत मिलता है और बेटे की मोबाइल में सिपाही की रिकॉर्डिंग हो जाती है जिसे वह संभाल कर रखे हुए हैं यहीं से यह संदेश उत्पन्न होता है कि सिपाही द्वारा ही हत्या की गई है बेटी शादी करने योग्य है बेटा भी पिता के बगैर अनाथ हो गया है मां विधवा हो गई है ऐसी स्थिति में परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। लेकिन उपजिलाधिकारी के आश्वासन के बाद लाश को दाह संस्कार के लिए परिवार वाले तैयार हो गए जिनका देर शाम दाह संस्कार किया गया।