6 साल की छात्रा के साथ हैवानियत, आरोपी निकला 11 साल का लड़का, घटना ने लोगों को झकझोर दिया
घटना ने सबको हिला दिया।
आगरा: आगरा में एत्मादपुर क्षेत्र के एक गांव में शनिवार को एक घटना ने सबको हिला दिया। ट्यूशन से लौट रही छह वर्षीय बालिका के साथ दुराचार हुआ। आरोपित भी महज 11 साल का है। कक्षा चार में पढ़ता है। पुलिस ने तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित अभिरक्षा में है। उसे किशोर न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। बालिका लेडी लॉयल में भर्ती है। उसकी हालत गंभीर है।
घटना शाम करीब पांच बजे की है। गांव में मेला लगने वाला है। झूले वाले आ चुके हैं। बालिका कक्षा दो में पढ़ती है। ट्यूशन पढ़ने गई थी। लौटकर एक झूलेवाले के पास पहुंची। उससे झूला झुलाने के लिए कहा। झूलेवाले ने देखा कि बालिका के कपड़े खून से खराब हो रहे हैं। पैरों में भी खून लग रहा है। उसने दूसरे बच्चों से कहा कि इस बच्ची को घर तक छोड़कर आओ। बच्ची घर पहुंची। उसकी हालत देखकर मां और दादी के होश उड़ गए। उससे पूछा कि क्या हुआ है। तो बालिका ने घरवालों ने बताया कि एक लड़के ने पत्थर मार दिया। उसने लड़के के बारे में भी बताया।
घरवाले बेटी को लेकर बकरी चराने वाले के घर पहुंचे। आरोपित को पकड़ा। उससे पूछा क्या हुआ था। तो उसने जो बताया उसे सुनकर घरवालों के होश उड़ गए। देर रात घरवाले थाने पहुंचे। एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा थाने पहुंच गई। बालिका से बातचीत का प्रयास किया। उसकी हालत खराब हो रही थी। उसे इलाज के लिए लेडी लॉयल भेजा गया। उसका मेडिकल हुआ। मेडिकल में दुराचार की पुष्टि हुई। आरोपित से पूछताछ हुई तो उसने भी बड़ों के अंदाज में बताया कि उसने क्या किया था। उसकी मनोदशा देखकर पुलिस कर्मी हैरान रह गए। पीड़िता और आरोपित अलग समुदाय से हैं। घटना के चलते गांव में तनाव की स्थिति है। एहतियान पुलिस तैनात की गई है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर दुराचार, पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
आरोपित महज 11 साल का है। आरोपित ने ऐसा क्या देखा कि उसके जेहन में गलत काम करने का विचार आया। उसे यह किसने बताया कि जो वह कर रहा है उसे क्या बोलते हैं। उससे परिणाम क्या होंगे। यह जानने के पुलिस ने आरोपित की काउंसलिंग कराई। उससे एक मनोचिकित्सक ने लंबी बातचीत की। मनोचिकित्सक ने कहा कि बालक के घर का माहौल ठीक नहीं है। आरोपित बालक के पिता बकरी चराते हैं। तीन-भाई बहन हैं। छोटा घर है। झगड़ा होता है। पिता बच्चों का लिहाज नहीं करते।
मनोचिकित्सक ने पुलिस को बताया कि सामान्य व्यवहार के लिए बालक की लगातार काउंसलिंग जरूरी है। उसकी दोस्ती अपनी उम्र से बड़े लड़कों से है। वे उल्टी सीधी बातें करते हैं। इन्हीं बातों ने बालक की मानसिकता को खराब किया है। वह उग्र स्वभाव का है। पुलिस उस समय अचंभित रह गई जब महिला पुलिस कर्मियों के सामने पूछताछ होने पर आरोपित खामोश हो गया। उसने पुलिस वालों से कहा कि गदी बात है। बताएगा तो महिलाओं को अच्छा नहीं लगेगा। पहले इन्हें यहां से हटा दें।
आरोपित ने महिला पुलिस कर्मियों के मौके से हटने के बाद जुबान खोली। उसने पुलिस के समक्ष यह भी कहा कि वह अकेला नहीं था। उसके साथ एक और लड़का था। उन दोनों ने बालिका के साथ गलत हरकत की थी। जबकि पीड़िता ने एक ही आरोपित के बारे में बताया था। पुलिस पीड़िता के पूरी तरह होश में आने का इंतजार कर रही है। ताकि उससे एक बार अच्छे से बातचीत की जा सके। फिलहाल पुलिस यही मानकर चल रही है कि आरोपित अकेला ही था। बालिका ने भी उसका ही नाम बताया था।