प्रेमी की हत्या: प्रेमिका ने अदालत में दी गवाही, पिता, भाई, जीजा और भाभी समेत 8 लोग अब जिंदगी भर पछताते रहेंगे

दाह संस्कार में भी शामिल हुई थी।

Update: 2024-07-10 11:49 GMT

सांकेतिक तस्वीर

अररिया: बिहार के अररिया जिले में एक प्रेमिका ने अपने परिवार वालों द्वारा प्रेमी की नृशंस हत्या के केस में चश्मदीद गवाही देकर अपने पिता, भाई, जीजा और भाभी समेत आठ लोगों को आजीवन कारावास की सजा दिलवा दी। अररिया के बहुचर्चित आरती-छोटू लव स्टोरी में आरती के परिवार वालों ने जुलाई 2022 में शादी के नाम पर छोटू को घर बुलाकर मार दिया था। निर्मम तरीके से की गई इस हत्या में छोटू को पहले तो जमकर पीटा गया, फिर बिजली के करंट का झटका दिया गया। छोटू के नाखून तक उखाड़ लिए गए थे। आरती अपने घर को छोड़ छोटू के परिवार के साथ रहने लगी और छोटू के परिवार वालों ने ही उसकी शादी करवाई।
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ रवि कुमार की अदालत ने मंगलवार को आरती-छोटू लव स्टोरी में छोटू कुमार की हत्या के मामले में आठ दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। सजा पाने वाले दोषियों में आरती के पिता धीरेंद्र यादव, भाई रविकांत यादव और शशिकांत यादव, बहनोई पवन यादव और मिथिलेश यादव, भाभी रूबी देवी के अलावा चंदन यादव और निर्भय यादव शामिल हैं। कोर्ट ने सबको उम्रकैद के साथ 10-10 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माने की राशि नहीं जमा करने पर 6 महीने की अतिरिक्त सजा का आदेश दिया गया है।
कोर्ट ने यह फैसला रानीगंज थाना में दर्ज केस में दिया है। छोटू के पिता उमेश यादव ने केस दर्ज कराया था। दरअसल प्रेम प्रसंग में 6 जुलाई 2022 को छोटू कुमार की हत्या हुई थी। बरहुआ वार्ड संख्या चार के धीरेंद्र यादव के घर में छोटू को बंद कर पहले लाठी-डंडा और रॉड से पीटा गया और फिर करंट लगाकर हत्या कर दी गई थी। छोटू की प्रेमिका आरती प्रेमी को न्याय दिलाने के लिए परिवार के खिलाफ हो गई थी। मामले में एपीपी प्रभा कुमारी ने फांसी की सजा की मांग की थी जबकि बचाव पक्ष ने कोर्ट से कम से कम सजा देने की गुहार लगाई थी।
मामला रानीगंज थाना क्षेत्र के दो गांव बरहुआ और रहरिया से जुड़ा है। दोनों गांव के बीच 35 किलोमीटर की दूरी है। बरहुआ के धीरेंद्र यादव की 19 साल की बेटी आरती और रहरिया के 22 साल के छोटू के बीच फोन पर बातचीत शुरू हुई जो प्यार में बदल गई। छोटू हत्याकांड के बाद आरती ने कहा था कि उसके परिवार को दोनों के रिलेशनशिप की बात पता चल गई थी। घरवालों ने शादी के लिए छोटू को फोन करके बुलाया। छोटू आया तो उसे एक कमरे में बंद कर दिया। रात भर बुरी तरह छोटू की पिटाई की और फिर बिजली का करंट लगाकर हत्या कर दी। छोटू के साथ हुई नृशंसता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि उसके हाथ-पैर के नाखून तक उखाड़ दिए गए थे।
मामले में आरती ने अपने पिता, भाई, भाभी और जीजा पर हत्या का सीधा आरोप लगाया था। आरती छोटू के दाह संस्कार में भी शामिल हुई थी। छोटू की मौत के बाद आरती अपने घर और परिवार को छोड़कर छोटू के घर पर ही रहने लगी थी। आरती की शादी छोटू के बड़े भाई मोनू से हुई है जो छोटू के परिवार ने कराई। वह अब अपनी ससुराल भरगामा प्रखंड के रहड़िया गांव में ही रह रही है।
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