हैदराबाद: कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) किसानों को मुफ्त बिजली के मुद्दे पर तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है। इसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
रेवंत रेड्डी के आह्वान पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को राज्य भर में बिजली उपकेंद्रों पर किसानों को मुफ्त बिजली के नाम पर बीआरएस सरकार द्वारा की जा रही धोखाधड़ी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाये और मुख्यमंत्री केसीआर का पुतला फूंका। उन्होंने बीआरएस सरकार को यह साबित करने की चुनौती दी कि वह राज्य में कहां मुफ्त बिजली की आपूर्ति कर रही है।
यह विरोध प्रदर्शन जाहिर तौर पर रेवंत रेड्डी के कथित बयान के खिलाफ राज्य भर में बीआरएस द्वारा किए जा रहे प्रदर्शनों का जवाब देने के लिए था । तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ने संयुक्त राज्य अमेरिका में तेलुगु एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (टीएएनए) की एक बैठक में कहा था कि ''कृषि क्षेत्र के लिए आठ घंटे बिजली पर्याप्त है। टीपीसीसी प्रमुख ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव 24 घंटे बिजली आपूर्ति को लेकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।''
तेलंगाना के एआईसीसी प्रभारी माणिकराव ठाकरे ने आरोप लगाया है कि बीआरएस ने रेवंत रेड्डी के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है और झूठ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि उन्हें राज्य में कांग्रेस पार्टी के बढ़ते जनाधार से खतरा है।
उन्होंने कहा कि बीआरएस नेताओं को एहसास हो गया है कि उनके पैरों तले जमीन खिसक रही है और इसलिए वे झूठ फैला रहे हैं। आगे कहा, नेता राहुल गांधी ने तेलंगाना में किसान घोषणापत्र जारी किया था, उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के लिए बीआरएस के दावे से कहीं अधिक काम करेगी। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीआरएस केवल किसानों के कल्याण के बारे में दावे कर रही है। उन्होंने कहा कि बीआरएस फसल ऋण माफ करने के अपने वादे से पीछे हट गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस न तो फसल बीमा दे रही है और न ही कृषि उपज के लिए एमएसपी सुनिश्चित कर रही है।
इस बीच कांग्रेस सांसद कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने कहा कि अगर यह साबित हो गया कि बीआरएस सरकार 24 घंटे मुफ्त बिजली दे रही है तो वह संसद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने पूछा कि सरकार बिजली कर्मचारियों को वेतन देने में क्यों विफल रही।
उन्होंने कहा, ''केटीआर किसी भी सब-स्टेशन पर आएं और साबित करें कि सरकार 24 घंटे बिजली दे रही है, मैं वहीं इस्तीफा दे दूंगा और अगर वह साबित करने में विफल रहते हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।'' उन्होंने पूछा कि अगर सरकार किसानों को 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली मुहैया करा रही है तो किसान सबस्टेशनों पर धरना क्यों दे रहे हैं।
कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने कहा कि किसानों को मुफ्त बिजली पर कांग्रेस पार्टी का पेटेंट अधिकार है। उन्होंने कहा, “चूंकि इससे कांग्रेस को राजनीतिक लाभ मिल रहा है, इसलिए बीआरएस चिंतित है और वह गलत प्रचार कर रही है।”