दिल्ली। कैंप के दौरान चयन में अनदेखी किए जाने के बाद नाबालिग पीड़िता के पिता द्वारा 'बदला' लेने के लिए POCSO की शिकायत दर्ज़ करने को लेकर मीडिया दावों पर WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि सारे विषय कोर्ट के संज्ञान में है और सरकार ने आश्वासन दिया है कि 15 जून तक चार्जशीट दाखिल होगी, तब तक कुछ भी कहना उचित नहीं है.
नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा है कि यह बेहतर है कि सच अदालत में आने की बजाय अभी सामने आ जाए। उनसे पूछा गया था कि अब वह अपनी बात से क्यों पलट रहे हैं। उन्होंने कहा,‘अब जब बातचीत शुरू हो गई है तो सरकार ने पिछले साल मेरी बेटी की हार (एशियाई अंडर 17 चैम्पियनशिप ट्रायल) की निष्पक्ष जांच का वादा किया है। मेरा भी फर्ज बनता है कि अपनी गलती सुधारूं।’
नाबालिग के पिता का यह कबूलनामा न सिर्फ चौंकाने वाला है। अलबत्ता यह पूरे केस का रुख बदल सकता है। अब तक बृजभूषण को कठघरे में खड़ा कर रही आवाजें धीमी पड़ सकती हैं। शुरू से ही बृजभूषण शरण सिंंह खुद को मामले में निर्दोष बताते रहे हैं। यह उनके स्टैंड को मजबूत करेगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात के बाद पहलवानों ने जांच तक अपने प्रदर्शन को थामने के लिए कहा था। लेकिन, यह खुलासा जांच पर भी असर डालेगा। यह कोई और नहीं बल्कि उस नाबालिग के पिता का है जो पूरे मामले में केंद्र में है।