लखनऊ: भारत सरकार ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा दिया है. ऐसे में अगर कोई बेटी इस अभियान को साकार करती है, तो मां-बाप का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. ऐसा ही मामला यूपी के महोबा से सामने आया है. जहां एक बेटी विदाई से पहले परीक्षा देने कॉलेज पहुंची.
दरअसल, महोबा शहर के वीरभूमि राजकीय महाविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा रंजना कुमारी गुरुवार को विदाई से पहले परीक्षा देने पहुंची थी. द्वितीय पाली में उन्होंने 11 बजे से दोपहर दो बजे तक परीक्षा दी. इस दौरान बारात रुकी रही. परीक्षा होने के बाद दुल्हन की विदाई की गई.
जानकारी के मुताबिक, थाना खन्ना के तिंदुही गांव निवासी रंजना वीर भूमि कॉलेज में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा है. बुधवार को रंजना की शादी हुई थी. बारात मध्य प्रदेश के नौगांव से आयी थी. पूरी रात शादी की रस्में अदा की गई. सुबह करीब दस बजे जब विदाई का समय आया तो रंजना ने अपने माता-पिता से कहा कि पहले मैं परीक्षा दूंगी और फिर विदाई होगी. जिस पर मां-बाप ने रंजना को कॉलेज भेज दिया. हाथों में मेहंदी और लाल जोड़े में सजी दुल्हन कॉलेज पहुंची. वहां उन्होंने हिंदी साहित्य की परीक्षा दी. इस दौरान दूल्हा राजेश कुमार और बाराती दुल्हन की परीक्षा देकर आने का इंतजार करते रहे.
वीरभूमि कॉलेज के प्राचार्य सुशील बाबू ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान से छात्राओं में जागरूकता आई है. विदाई से पहले छात्रा का परीक्षा देने का निर्णय सराहनीय है. रंजना महाविद्यालय की मेधावी छात्रा है. वह बाकी गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है. विदाई से पहले दुल्हन की पोशाक में कॉलेज जाकर परीक्षा देने की सभी लोग खुलकर सराहना कर रहे हैं.