Pilibhit: पीलीभीत। यूपी के पीलीभीत जनपद में टाइगर रिजर्व में दो चीतलों का शिकार करने के बाद वनकर्मी की बंदूक छीनने के मामले में पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीमों ने मुठभेड़ के बाद छः आरोपियों को जंगल क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए शिकारियों में एक हेड कांस्टेबल भी शामिल हैं। वनकर्मी से छीनी बंदूक भी बरामद कर ली गई है। वहीं एएसपी विक्रम दहिया और प्रशिक्षु डीएफओ भरत कुमार ने संयुक्त रूप से घटना का खुलासा किया है। एएसपी ने बताया कि जंगल क्षेत्र में चीतलों का शिकार और वनकर्मी की बंदूक छीनकर भागने की घटना के बाद से गजरौला की रिछौला पुलिस चौकी पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था।
वन विभाग से सूचना मिली कि तीन दिन पूर्व जंगल में शिकार करने वाले शिकारी दोबारा शिकार करने आए हैं। इसके बाद पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने कॉम्बिंग शुरू की। माधोटांडा पीलीभीत मार्ग के बाई ओर पहुंचते ही फायरिंग होने लगी। पुलिस टीम ने पेड़ों व झाड़ियों की आड़ लेकर देखा तो 8-9 व्यक्ति बैठे दिखे। टीम के टॉर्च डालने पर शिकारी फायरिंग करने लगे। टीम ने जवाबी कार्रवाई करते हुए घेराबंदी कर छह शिकारियों को मौके से पकड़ लिया। अंधेरे का फायदा उठाकर तीन शिकारी मोटर साइकिल से भाग गए। उनके पास से वनकर्मी से छीनी गई बंदूक बरामद हुई।
पुलिस की गिरफ्त में आए गिरोह में शामिल हेड कांस्टेबल मंसूर सहारनपुर जनपद के कस्बा तीतरों का रहने वाला है। वर्तमान में उसकी तैनाती पीलीभीत पुलिस लाइन में थी। इससे पहले वह बरेली की 08 बटालियन पीएसी में भी तैनात रहा चुका है। आरोपियों के पास से वनकर्मी से छीनी गई डबल बेरिंग बंदूक के अलावा एक डबल बेरिंग बंदूक, एक डबल बेरिंग पोनिया, एक देशी बंदूक 12 बोर, एक रिवाल्वर लाइसेंसी फैक्ट्री मेड के अलावा एक हिरण का सींग और मांस काटने के उपकरण बरामद हुए। पुलिस ने सभी वन्य-जीव तस्करों को जेल भेज दिया गया है।