Kaithal. कैथल। हरियाणा के कैथल में नश्लभेद का मामला सामने आया है. यहां दो अराजक तत्वों ने एक सिख युवक को खालिस्तानी बताकर बुरी तरह से मारपीट की है. आरोपियों ने सड़क किनारे से ईंट उठाकर पीड़ित युवक को बुरी तरह से कूंच दिया है. बड़ी मुश्किल से एक राहगीर ने बीच बचाव कर पीड़ित युवक को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत को देखते हुए उसे अपनी सघन निगरानी में रखा है. डॉक्टरों के मुताबिक पीड़ित युवक के सिर में गंभीर चोटें आई हैं. इस वारदात के बाद पीड़ित युवक का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में पीड़ित युवक ने अपनी पहचान कैथल के ही रहने वाले सुखविंदर सिंह के रूप में बताई है. उसने बताया कि सोमवार को वह सड़क के किनारे चलते अपने घर की ओर जा रहा था. इतने में एक स्कूटी पर सवार दो युवक आए और उसे खालिस्तानी कह कर उकसाने की कोशिश की. उसने पहले तो इग्नोर कर दिया. बावजूद इसके आरोपी उसका पीछा करते रहे और आगे से घेर लिया। आरोपी उसके साथ हाथापायीं करने लगे. उसे खालिस्तानी कहकर गाली गलौज करने लगे।
यहां तक आरोपियों ने उसे यह कह कर डराने धमकाने की कोशिश की कि वह पहले भी एक मर्डर कर चुके हैं. आरोपियों की हरकतों से परेशान होकर पीड़ित युवक ने विरोध किया तो आरोपियों ने वहीं सड़क के किनारे पड़े ईंट उठाकर उसके ऊपर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया. संयोग ठीक था कि कोई राहगीर मौके पर पहुंच गया और उसने बड़ी मुश्किल से बीच बचाव कर पीड़ित युवक की जान बचाई. इसके बाद उसे कैथल के सरकारी अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए भर्ती करते हुए पुलिस को सूचित किया है. पीड़ित सुखविंदर सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि आरोपियों ने उसके ऊपर 1984 के दंगों का आरोप लगाते हुए हमला किया. सुखविंदर की जान बचाने वाले राहगीर राजू ने बताया कि आरोपी कौन थे, उनकी पहचान नहीं हो सकी है. वह सिख युवक को 1984 के दंगों की बात कहकर उसके ऊपर ईंटों से हमला कर रहे थे. सुखिवंदर के मुताबिक वह खुद भी आरोपियों को नहीं पहचानता है. पीड़ित के बयान का वीडियो सामने आने के बाद अकाली दल के सीनियर नेता बिक्रम मजीठिया ने इसे ट्वीट किया है. उन्होंने इस वारदात के लिए कंगना रनौत को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह घृणित घटना बीजेपी की सांसद कंगना रनौत के नफरती बयान के बाद हुई है. उन्होंने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही कंगना के खिलाफ भी एक्शन की मांग की है. कहा कि केंद्र सरकार को पंजाब के बाहर सिखों को निशाना बनाने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाना चाहिए।