Faridabad. फरीदाबाद। हरियाणा के फरीदाबाद में युवक ने पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम पर निर्वस्त्र कर थर्ड डिग्री देने के आरोप लगाए हैं। युवक का कहना है कि पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की। पानी में सिर डुबोकर उसके साथ मारपीट की गई। विशेष समुदाय के युवक ने पुलिस से मिलीभगत कर उसे उठवाया है। युवक पर आरोप है कि उसे हथियार के साथ सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड की थी। इसी सिलसिले में पुलिस ने युवक को पूछताछ के लिए बुलाया था। थर्ड डिग्री देने के आरोपों को पुलिस नकार रही है। का कहना है कि युवक बचने के लिए ऐसे बहाने बना रहा है। सेक्टर-62 स्थित आशियाना फ्लैट में रहने वाले विकास ने बताया कि हाल ही में वह 18 साल का हुआ है। कुछ दिन पहले एक 10 वर्ष की बच्ची के साथ विशेष समुदाय के कुछ युवकों ने छेड़छाड़ की थी। इसके बाद जब बच्ची के परिवार ने विरोध किया, तो विशेष समुदाय के लोगों ने उनके साथ मारपीट की। छेड़छाड़ के बाद से वह बच्ची के परिवार का साथ दे रहा है। जिस विशेष समुदाय के युवकों पर छेड़छाड़ और मारपीट करने के आरोप थे, उनमें से एक फकरू नाम के स्क्रैप कारोबारी ने पुलिस से मिलीभगत कर उसे उठा लिया। पुलिस
विकास ने बताया कि उसकी गलती बस इतनी थी कि वह कुछ समय पहले वह अपने बिहार के गांव सिवान गया हुआ था। यहां पर उसने अपने एक साथी के साथ अवैध हथियार के साथ फोटो खिंचवा कर इंस्टाग्राम पर अपलोड की थी। इसी को मोहरा बनाते हुए गुरुवार देर शाम क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 की टीम उसके घर पहुंची और उसे उठाकर ले गई। अवैध हथियार की पूछताछ के लिए उसे थर्ड डिग्री दी गई। उसे लगभग 4-5 घंटे निर्वस्त्र कर पानी में सिर डूबा कर पीटते रहे, जब उसकी बिगड़ी तब उन्होंने माता-पिता को बुलाकर उनके हवाले कर दिया। उससे मारपीट करने वाले लगभग 3-4 पुलिसकर्मी थे। उसे डंडों से बुरी तरह पीटा। हंटर से भी पिटाई की गई। उसने पुलिसवालों को बताया कि वह फोटो बिहार की है, लेकिन पुलिस वाले फोटो को फरीदाबाद की बताकर मारपीट करते रहे। विकास ने आगे बताया कि उसका फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। वह अपना मेडिकल करना चाहता है, लेकिन डॉक्टर ने उसे पुलिस द्वारा डीडी नंबर लाने की बात कह कर मेडिकल करने से मना कर दिया। हालत
मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता अनुज ने कहा कि बिना FIR दर्ज और कोर्ट की परमिशन के बिना विकास को ले जाकर थर्ड डिग्री देना गैरकानूनी है। क्राइम ब्रांच की टीम ने विकास के साथ थर्ड डिग्री करके कानून हाथ में लिया है। हम चाहते हैं कि ऐसे दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। ऐसे लोगों की पुलिस में जगह नहीं है, उनकी जगह उनके घर पर है। वह अपने घर पर रहकर गुंडागर्दी करें। बदरपुर बॉर्डर के इंचार्ज की अनुपस्थिति में कार्यभार संभाल रहे सब इंस्पेक्टर आजाद ने बताया कि कल क्राइम ब्रांच की टीम विकास को पूछताछ के लिए लाई थी। विकास ने अपने हाथ में एक कट्टा लेकर फोटो इंस्टाग्राम पर अपलोड की हुई थी। इसी कट्टे की बरामदगी के लिए और पूछताछ के लिए विकास को यहां पर लाया गया था, लेकिन कुछ घंटे के बाद उसे माता-पिता के हवाले कर दिया। विकास के साथ कोई मारपीट नहीं की गई। क्राइम ब्रांच उसे पूछताछ के लिए दोबारा न बुलाए, इसको लेकर वह मारपीट की झूठी मनगढ़ंत कहानी रच रहा है।