BREAKING: एक दिन की बच्ची को कूड़े में फेंका, लोगों ने बचाया

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Update: 2024-11-08 17:17 GMT
Kanpur: कानपुर। क्या कसूर था मेरा जो ठुकरा दिया, दुनिया में आते ही मरने के लिए फेंक दिया। वो तो शुक्र है ऊपर वाले का, जिसने मुझे महफूज हाथों में पहुंचा दिया। हैलट में भर्ती सिर्फ 24 घंटे की आयु वाली इस बच्ची को उसकी मां ने ही ठुकरा दिया। शहर के वीआईपी इलाकों में से एक अशोक नगर के एक कूड़े के ढेर में इस मासूम को फेंकते समय यह सोच जरूरी रही होगी कि चंद पलों में वह दुनिया छोड़ देगी। लेकिन कहते हैं कि दुनिया नेक दिल वालों से भरी है। बच्ची के लिए अशोक नगर वाले भी माता-पिता से बढ़कर निकले। उसे देखने के लिए देखते ही देखते भीड़ जुट गई तो महिलाओं ने उसे सबसे पहले चम्मच से दूध पिलाया। कुछ संभली तो मासूम को पुलिस के हवाले करते हुए हैलट भेज दिया। बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है।

अशोक नगर एरिया में जन्म लेने के कुछ घंटे बाद ही बच्ची को कूड़े में फेंक दिया गया। शुक्रवार सुबह सफाई कर्मी हेमराज झाड़ू लगा रहा था, तब उसने बच्चे के रोने की आवाज सुनी। इधर-उधर देखा तो नजरें कूड़े के ढेर की तरफ गई। पास जाकर देखा तो फूल सी देह वाली बच्ची तड़प रही थी। हेमराज ने उसे कूड़े से उठाकर पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। सफाई कर्मचारी ने बताया कि बच्ची को झोले में रखकर फेंका गया। उसे पहले अखबार के कागज में लपेटा गया था। इसके बाद झोले में रखकर फेंक दिया। पहले मुझे लगा कि प्लास्टिक की गुड़िया है। बिल्कुल नजदीक जाने पर उसके जिंदा होने का यकीन हो गया।

पूर्व पार्षद नमिता मिश्रा ने बताया कि सफाई कर्मी ने उन्हें जानकारी दी। मौके पर पहुंचकर देखा तो दिल दहल गया। बच्ची को झोले में भरकर कूड़े में फेंक दिया गया। बच्ची की सफाई कर उसे कपड़े पहनाए। इसके बाद पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। पुलिस के आने के बाद उसे हैलट भेज दिया गया। नमिता ने बताया कि बच्ची को देखकर लग रहा था कि उसका जन्म आज ही हुआ है। पैदा होने के बाद नाभि से जुड़ा नाड़ा तक नहीं कटा हुआ था। उसकी सांसें बेहद धीमी चल रही थीं। वहीं नजीराबाद पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी चेक किया जा रहा है।बच्चा फेंकने वाले का पता लगाया जा रहा है।

हैलट बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ अरुण आर्या के अनुसार, कूड़े में फेंकी गई बच्ची को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है। हाथ, पैर उसके बहुत ठंडे हैं। पुलिस के जवान उसे लेकर अस्पताल आए तो तत्काल एनआईसीयू के आईसीयू में डॉक्टर की देखरेख में रखा गया है। बच्ची की हालत गंभीर है। अभी उसके स्वास्थ्य को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। बच्ची की आयु 24 घंटे होने का अनुमान है। कभी कानपुर तो कभी हमीरपुर। सब जब मानवता को शर्मसार करने वाले किस्से आए दिन हो रहे हैं। शुक्रवार को अशोक नगर में कूड़े में बच्ची को फेंक दिया गया। इससे पहले हैलट में हमीरपुर में इसी तरह झाड़ियों में फेंके गए बच्चे को लाया गया था। बेहद गंभीर हालत में आए इस बच्चे को डॉक्टरों ने महीनों की मेहनत के बाद बचाया। सिर्फ यही दो बच्चे नहीं बेबी पूनम को तो उसके माता-पिता अस्पताल में ही छोड़कर भाग गए। 11 माह तक पालन-पोषण करने के बाद उसे लखनऊ भेज दिया गया।
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