रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी पर प्रहार: EOW ने प्राइवेट अस्पताल के डायरेक्टर को किया गिरफ्तार, ऐसे फंसा

इनके पास से जीवनरक्षक इंजेक्शन की दो फाइल जब्त की गई है.

Update: 2021-05-07 04:14 GMT

पटना. कोरोना संकट काल में 'आपदा को अवसर' बनाने वाले कालाबाजारियों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की मुहिम लगातार जारी है. EOW की टीम ने पटना पुलिस के सहयोग से गांधी मैदान थाना क्षेत्र के एसपी वर्मा रोड में एक निजी हॉस्पिटल में छापेमारी कर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का भंडाफोड़ किया है. टीम ने हॉस्पिटल के संचालक सह डायरेक्टर, उसके साले और एक एमआर को गिरफ्तार किया है. इनके पास से जीवनरक्षक इंजेक्शन की दो फाइल जब्त की गई है.

EOW के कंट्रोल रूम में किसी ने फोन कर इस हॉस्पिटल से रेमडेसिविर की कालाबाजारी की सूचन दी थी. इसके बाद प्राइवेट हॉस्पिटल में छापेमारी से पटना में खलबली मच गई है. EOW ने सभी आईजी, डीआईजी और एसपी को इस विशेष टीम को सहयोग करने के लिए कहा है. आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों ने बताया कि जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी रोकने को एक कंट्रोल रूम बनाया गया है. इसका नंबर 0612 -221 5142 और मोबाइल नंबर 85444 28427 और 7543 014100 भी जारी किया गया है. यह कंट्रोल रूम 31 मई तक 24 घंटे काम करेगा.
EOW के मुताबिक आम लोगों से मिली सूचना आधार पर मेडिकल ऑक्सीजन, आवश्यक दवाइयों और इंजेक्शन की कालाबाजारी और अवैध भंडारण रोकने को यह छापेमारी अभियान चलेगा. अब तक इस टीम ने पटना के कई इलाकों में छापा मारकर 54 ऑक्सीजन गैस सिलेंडर और 42 रेगुलेटर जब्त किए हैं. आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने लोगों से अपील की है कि वे कालाबाजारी के खिलाफ पुलिस को सहयोग के लिए आगे आएं, ताकि कोरोना मरीजों का इलाज बगैर किसी बाधा के हो सके.


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