BIG BREAKING: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी की जीत, कांग्रेस-AAP मिलकर भी नहीं हरा पाए, हुई क्रॉस वोटिंग
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नई दिल्ली: चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को नहीं रोक पाए. बीजेपी उम्मीदवार हरप्रीत कौर को कुल 19 वोट मिले. वहीं, आम आदमी पार्टी की मेयर उम्मीदवार प्रेमलता के पक्ष में 17 वोट पड़े.
चंडीगढ़ नगर निगम को आज नया मेयर मिल जाएगा. आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव के लिए प्रेमलता को उम्मीदवार बनाया है. प्रेमलता का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की हरप्रीत कौर से है. गहमागहमी के बीच नया मेयर चुनने के लिए मतदान शुरू हो गया है. सुप्रीम कोर्ट से नियुक्त स्वतंत्र पर्यवेक्षक की निगरानी में हो रहे चुनाव में पहला वोट चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने डाला.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी के वोट डालने के बाद पार्षद अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे हैं. वोटिंग के शुरुआती घंटे में ही बैलट पेपर को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है. एक पार्षद ने बैलट पेपर पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि उनके बैलट पर एक डॉट था. चंडीगढ़ के वार्ड नंबर एक से आम आदमी पार्टी की पार्षद जसविंदर कौर ने बैलट पेपर पर एक डॉट होने का आरोप लगाते हुए वोट डालने के लिए एक और बैलट देने की मांग की और कहा कि 10 मिनट से इंतजार कर रही हूं.
गौरतलब है कि चंडीगढ़ नगर निगम का कुल संख्याबल 35 है. निगम के 35 पार्षदों के साथ ही चंडीगढ़ के सांसद भी मेयर चुनाव में वोट करते हैं. कुल मिलाकर 36 वोट हैं और अगर सौ फीसदी पोलिंग होती है, कोई वोट निरस्त नहीं होता है तो चुनावी बाजी जीतने के लिए 19 वोट की जरूरत होगी. नंबरगेम की बात करें तो बीजेपी 16 पार्षदों के साथ निगम सदन में सबसे बड़ी पार्टी है.
चंडीगढ़ के निगम सदन में 13 पार्षदों के साथ आम आदमी पार्टी दूसरे और कांग्रेस छह पार्षदों के साथ तीसरे नंबर पर है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पास सांसद के वोट समेत कुल 20 वोट हैं जो जीत सुनिश्चित करने के लिए जरूरी 19 से एक ज्यादा है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस, बीजेपी को निगम की सत्ता पर काबिज होने से रोकने के लिए गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों दलों की कोशिश अपने शत प्रतिशत वोट प्रेमलता के पक्ष में पोल कराने की है.
कोई वोट निरस्त न हो जाए, इसे लेकर सतर्क दोनों पार्टियां क्रॉस वोटिंग को लेकर भी अलर्ट मोड में हैं. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस, दोनों ही दलों ने वोटिंग के पहले अपने-अपने पार्षदों को रिजॉर्ट में ठहराया था. आम आदमी पार्टी के पार्षद पंजाब पुलिस की निगरानी में थे तो वहीं कांग्रेस पार्षदों पर पार्टी के ही वरिष्ठ नेता नजर रखे हुए थे. पिछले साल हुए मेयर चुनाव में हुई गड़बड़ियों को देखते हुए सुप्रीम कोर्टा ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति जयश्री ठाकुर को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.