गुजरात। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) ने गुजरात के अहमदाबाद (Ahmedabad) के कर्णावती में आज से अपनी तीन दिवसीय वार्षिक 'अखिल भारतीय प्रतिनिधि बैठक' की शुरुआत कर दी है. यह संघ की एक सालाना बैठक है. इसमें संघ की शताब्दी वर्ष मनाने की तैयारियों, 2025 में शताब्दी वर्ष मनाने तक संघ की शाखा दोगुनी करने जैसे तमाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों पर चर्चा होगी. इसमें संघ के अधिकारी चिंतन मनन करेंगे. संघ की कर्णावती बैठक में शिक्षण संस्थानों में ड्रेस कोड से उपजे विवाद (Hijab Row) और पीएफआई द्वारा संघ के कार्यकर्ताओं पर हमला जैसे तात्कालिक ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है.
कोरोना के कारण 2 वर्ष बाद इस साल अप्रैल से संघ शिक्षा वर्ग के सामान्य ढंग से सुचारू चलाने पर फैसला होगा. आरएसएस के संघ शिक्षा वर्ग-तृतीय वर्ष पिछले 2 वर्षों से कोरोना महामारी के चलते आयोजित नहीं हो पा रहा था उसे भी अब पूरा किए जाने पर फैसला होगा. संघ के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में चलाए जा रहे तमाम कार्यक्रम जैसे कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण रक्षा जागरण, धर्म जागरण कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट पर मंथन भी होगा.
आरएसएस के शताब्दी वर्ष 2025 से पहले 1 लाख तक संघ की शाखाओं के विस्तार की योजना है. फिलहाल इनकी संख्या 55 हजार के करीब है. संघ की शाखाओं के भगौलिक विस्तार पर संघ विस्तृत योजना बनाएगा. प्रतिनिधि सभा में संघ आगामी 1 वर्ष के लिए संघ योजना बनाकर लक्ष्य तय करता है. संघ और उसके विभिन्न अनुषांगिक संगठनों के महत्वपूर्ण लोगों को इस बैठक में शामिल होना अपेक्षित होता है. बीजेपी की ओर से संघ की बैठक में संगठन महामंत्री बीएल संतोष और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज अहमदाबाद में 2 दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं.