मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और पार्टी के उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस पर हमला बोला है. कृपाशंकर सिंह ने न्यूज़ चैनल आजतक से बात करते हुए जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के विरोध से लेकर निर्णय लेने की क्षमता तक, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर जमकर हमला बोला.
कृपाशंकर सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व में निर्णय लेने की क्षमता का अभाव है. उन्होंने बीजेपी को 'पार्टी विथ डिफरेंस' बताया और कहा कि ये मुझे पार्टी जॉइन करने के बाद समझ आया. कृपाशंकर सिंह ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि जिस पार्टी में पहले था, उसने अनुच्छेद 370 को लेकर मूल्यांकन नहीं किया था. उन्होंने कहा कि हम अपने भाषण में तो कहते थे कि कश्मीर हमारा है लेकिन ऐसा था नहीं.
कृपाशंकर सिंह ने कहा कि जब अमित शाह ने अनुच्छेद 370 हटाने की बात की तो कांग्रेस के नेता ने कहा था कि घाटी में खून बहेंगे, जब आप वहां जाएंगे तो आपको असली स्थिति पता चल जाएगी. अमित शाह ने कहा था कि कश्मीर को खिसकने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस में था, कई जिम्मेदारियां निभाईं लेकिन बाद में एक वक्त ऐसा आया जब मुझे ये एहसास हुआ कि राष्ट्र पहले आता है. बीजेपी में शामिल हुआ और इसके बाद पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया. अब उत्तर भारतीय मोर्चा का प्रभारी बनाया गया है.
महाराष्ट्र की सियासत में प्रमुख उत्तर भारतीय चेहरा माने जाने वाले कृपाशंकर सिंह ने कहा कि पार्टी नेतृत्व से ये वादा किया है कि हम परिणाम देंगे. उन्होंने दावा किया कि आने वाले सिविक बॉडी चुनाव में बीजेपी जीतेगी. कृपाशंकर सिंह ने कहा कि उत्तर भारतीय समुदाय बीएमसी चुनाव में शिवसेना की हार सुनिश्चित करेगी. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में पार्टी सत्ता में आने से चूक गई थी लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के नेताओं देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल के नेतृत्व में चुनाव जीतकर सत्ता में आएगी.
कृपाशंकर सिंह ने ये भी हमारे सामने बीजेपी को बीएमसी की सत्ता में लाने की चुनौती के साथ प्रदेश की सत्ता और अन्य जगहों पर भी पावर में लाने की चुनौती है. गौरतलब है कि कृपाशंकर सिंह ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध करने पर कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. कृपाशंकर सिंह ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस से किनारा करने के एक साल से अधिक समय बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए थे.
साभार: आजतक