नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के पहले दिन हमने आर्थिक संकल्प पर चर्चा की। आज दूसरे दिन राजनीतिक संकल्प पर चर्चा की बारी है। गृह मंत्री अमित शाह ने प्रस्ताव पेश किया और इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया।"
सरमा ने बताया, "शाह ने गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि सभी आरोपों को सुप्रीम कोर्ट ने झूठा करार दिया और अदालत ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया। एचएम ने कहा कि आज विपक्ष बंटा हुआ है। कांग्रेस सदस्य पार्टी में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन डर के मारे पार्टी अध्यक्ष का चुनाव नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस को 'मोदी फोबिया' है। वह राष्ट्रहित में लिए गए हर फैसले का विरोध कर रहे हैं।"
यह बैठक नुपुर शर्मा की ओर से पैंगबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी और उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या से पैदा हुए विवाद के बीच हो रही है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि राजनीतिक प्रस्ताव में पार्टी इसका उल्लेख करती है कि नहीं। शनिवार को पारित एक शोक प्रस्ताव में कन्हैयालाल और पंजाब के गायक सिद्धू मूसेवाला का उल्लेख किया गया था।
पार्टी ने बैठक में शनिवार को अर्थव्यवस्था और गरीब कल्याण संकल्प पर एक प्रस्ताव पारित किया था। इस बैठक की औपचारिक शुरुआत हैदराबाद इंटरनेशनल कनवेंशन सेंटर में शनिवार को हुई। इसका समापन आज प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से होगा। इसके बाद वह यहां स्थित परेड ग्राउंड में रैली को भी संबोधित करेंगे।