चुनाव आयोग से बीजेपी सांसद ने की अपील, अखिलेश यादव को सलाखों के पीछे डाला जाए, बताई ये वजह
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले भाजपा के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने बुधवार को मांग की कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) चोरी करने की अफवाह फैलाने के लिए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए।
एएनआई से बात करते हुए हरनाथ सिंह यादव ने कहा, "भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के अनुसार अफवाह फैलाना, जनता को गुमराह करना, गलत जानकारी देना, गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं और अखिलेश यादव अंधाधुंध ऐसे अपराध कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "मैं चुनाव आयोग से मांग करूंगा कि अखिलेश यादव के खिलाफ अफवाह फैलाने के लिए मामला दर्ज किया जाए और उन्हें सलाखों के पीछे डाला जाए।"
अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "उनके मुंह से लोकतंत्र के बारे में सुनना अजीब है क्योंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने पांच साल के शासन के दौरान पूरे राज्य में सभी लोकतांत्रिक मूल्यों, आदर्शों, लोकतंत्र के सिद्धांतों को कुचल दिया था। पूरे राज्य को नरक बना दिया और माफिया और गुंडों की चपेट में था।" साथ ही उन्होंने कहा कि सपा के कार्यकाल में राज्य सरकार के कोष को लूटा गया और नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाई गईं।
सपा प्रमुख ने मंगलवार को "इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़" के प्रयासों का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा डरी हुई है क्योंकि उनकी पार्टी अयोध्या विधानसभा सीट जीत रही थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि वाराणसी में वोटिंग मशीन ले जा रहा एक ट्रक पकड़ा गया था।
उन्होंने कहा, "एग्जिट पोल एक धारणा बनाना चाहते हैं कि भाजपा जीत रही है। यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई है। ईवीएम को उम्मीदवारों को सूचित किए बिना ले जाया जा रहा है। अगर ईवीएम को इस तरह से ले जाया जा रहा है तो हमें सतर्क रहने की जरूरत है। यह चोरी है।"
अखिलेश ने कहा, "हमें अपने वोट बचाने की जरूरत है। हम इसके खिलाफ अदालत जा सकते हैं लेकिन इससे पहले मैं लोगों से लोकतंत्र को बचाने की अपील करना चाहता हूं।'