बीजेपी विधायक ने अपनी ही सरकार पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- ऑक्सीजन की कमी से तड़प-तड़प कर मर गए सैकड़ों लोग
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के गोपामऊ से बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश (BJP MLA Shyam Prakash) ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर एक कॉमेंट करके अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. रविवार को उन्होंने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट (Facebook Post) पर कॉमेंट लिखा कि आप ने सच बोला है. मैं आप से सहमत हूं. ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों लोग तड़प-तड़प कर मर गए. उन्होंने आगे कहा कि विधायक राजकुमार अग्रवाल सहित लाखों लोगों का दर्द किसी को नहीं दिखाई पड़ता है. मालूम हो कि हाल ही में केंद्र सरकार ने राज्यों के आंकड़ों के हवाले से बताया था कि देश में दूसरी लहर के दौरान किसी की भी ऑक्सीजन की कमी से जान नहीं गई. इसके बाद सोशल मीडिया पर सरकार के बयान की आलोचना भी हुई थी. बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश सोशल मीडिया पर अपनी बेबाक टिप्पणी के लिए प्रसिद्ध हैं. उन्होंने हालिया कॉमेंट में सरकारी दावे को झुठलाते हुए अपनी बात सोशल मीडिया में पोस्ट की है. हालांकि, खुद विधायक ने इस पोस्ट पर कॉमेंट को लेकर कैमरे के सामने बयान देने से इनकार कर दिया, लेकिन सपा ने बीजेपी विधायक के इस कॉमेंट पर सरकार पर हमला बोला है.
उनके इस पोस्ट के बाद सपा के जिलाध्यक्ष जीतेंद्र वर्मा 'जीतू' ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि अब बीजेपी के विधायक ही अपनी केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे है.
उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार का सदन में दिया गया यह बयान बहुत शर्मनाक है कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई. पोल इससे ही खुल जाती है कि स्वयं बीजेपी के नेता और विधायक केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं. वह स्वयं कह रहे हैं कि ऑक्सीजन की कमी से देश-प्रदेश में मौतें हुई हैं. उन्होंने स्वीकार किया है कि उनकी सरकार में ऑक्सीजन की कमी से हजारों मौतें हुई हैं. कहीं कोई विधायक कह रहा लाखों मौत हुई है. संडीला के विधायक तो खुद कह रहे हैं कि मेरे पुत्र की मौत हुई है, जिसकी वजह ऑक्सीजन की कमी रही.''
बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर कविता लिखकर चर्चा में आए बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने कभी प्रदेश में भ्रष्टाचार को लेकर तो कभी कोरोना से जंग में पहले विधायक निधि से 25 लाख रुपये का सही उपयोग न होने का आरोप लगाकर जिला प्रशासन से पैसे वापस करने की मांग करके सुर्खियां बंटोरी थीं. तब सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया पर बयानबाजी करने के लिए बीजेपी ने नोटिस जारी कर श्याम प्रकाश से जवाब तलब किया था.