सोनिया गांधी और डिंपल यादव के खिलाफ भाजपा जल्द ही कर सकती है उम्मीदवारों के नाम का ऐलान
लोकसभा चुनाव में भी बड़ी रणनीति,
नई दिल्ली: भाजपा 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव की घोषणा से कई महीने पहले ही कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की लोकसभा सीट रायबरेली और मुलायम सिंह यादव के परिवार का गढ़ रहे मैनपुरी लोक सभा सीट जहां से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव वर्तमान में लोक सभा सांसद है, पर अपनी उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर सकती है।
भाजपा के उच्चस्तरीय सूत्रों के मुताबिक, पार्टी जल्द ही सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली संसदीय क्षेत्र और डिंपल यादव के खिलाफ मैनपुरी संसदीय क्षेत्र से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर सकती है। सूत्रों की माने तो, पार्टी लोक सभा की जिन सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम पर विचार विमर्श की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है, उसमें शरद पवार परिवार का गढ़ रहे महाराष्ट्र की बारामती लोक सभा सीट भी शामिल है जहां से वर्तमान में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले सांसद है।
पार्टी अपने लिए कमजोर मान कर चल रही ऐसी 160 लोक सभा सीटों पर चुनाव की घोषणा से पहले ही उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है, जिन्हें आमतौर पर विपक्ष के बड़े और कद्दावर नेताओं का गढ़ माना जाता रहा है। इन 160 लोक सभा सीटों में वो सीटें भी शामिल हैं, जिन पर भाजपा को 2019 के लोक सभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था और जिन पर भाजपा दूसरे स्थान पर रही थी।
इस लिस्ट में दक्षिण भारत के राज्यों की वे लोक सभा सीटें भी शामिल हैं जहां भाजपा चुनावी कामयाबी के लिहाज से वाकई कमजोर ही रही है। दरअसल, भाजपा ने इन 160 लोक सभा सीटों को लेकर विशेष रणनीति बनाते हुए कई महीने पहले ही इन सीटों को 40 के लगभग विभिन्न कलस्टरों में बांट दिया था। सरकार के मंत्रियों और बड़े नेताओं को इन लोक सभा सीटों पर प्रवास करने का निर्देश देते हुए चुनावी तैयारी की जिम्मेदारी सौंपी थी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वयं पिछले महीने जुलाई में भाजपा मुख्यालय के केंद्रीय कार्यालय विस्तार में इन 160 लोक सभा सीटों पर चुनावी तैयारियों को लेकर 'लोक सभा प्रवास योजना' की मैराथन समीक्षा बैठक की थी।
नड्डा ने बैठक में शामिल 'लोक सभा प्रवास योजना' के प्रदेश संयोजक और सह संयोजकों सहित कई वरिष्ठ नेताओं को तैयारियों के मद्देनजर अहम निर्देश भी दिए थे। दरअसल, भाजपा आलाकमान का यह मानना है कि कमजोर सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा पहले ही कर देने से, पार्टी के उम्मीदवार को वहां पर चुनाव की तैयारी के लिए पर्याप्त वक्त मिल जाएगा और चुनाव की घोषणा के समय पार्टी पहले से ही उन सीटों पर मजबूत स्थिति में होगी।
पार्टी ने इसी रणनीति के तहत हाल ही में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए भी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची विधान सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से पहले ही जारी कर दिया था। पार्टी जल्द ही दोनों राज्यों- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए एक और लिस्ट जारी करने की भी तैयारी कर रही है। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक इन दोनों राज्यों में विधान सभा चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है।