दिल्ली। बुधवार को जारी भाजपा की दूसरी सूची में यूपी के किसी भी सीट से प्रत्याशी का नाम नहीं होने से 24 सीटों से टिकट की दावेदारी में लगे नेताओं की धड़कनें बढ़ गई हैं। इन सीटों से पिछले चुनाव में जीत हासिल करने वाले दर्जन भर नेताओं को टिकट मिलेगा ही इस पर संशय बना हुआ है। आधा दर्जन से अधिक बड़े नामों के टिकट पर भी सस्पेंस बना हुआ है।
माना जा रहा है कि भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा प्रत्याशियों की तीसरी सूची अब 17 की रात में या 18 मार्च को जारी किया जा सकता है। इस सूची में यूपी की इन शेष सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा होने के आसार हैं। इन सीटों से टिकट की रेस में लगे दर्जनों नेता इस समय दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में खाक छान रहे हैं। सब इस जुगत में हैं कि जैसे भी हो टिकट उनके हाथ में आ जाए।
भाजपा की पहली सूची में यूपी की 80 में से 51 सीटों से प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई थी। इसके साथ ही सहयोगी दलों को पांच सीटें दिए जाने पर भी सहमति बन गई थी। जिसके आधार पर सहयोगी दलों ने अपने कोटे की सीटों पर प्रत्याशियों को करीब-करीब तय कर दिया है। इस प्रकार 56 सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी लगभग तय हैं। बिजनौर, बागपत, घोसी, मिर्जापुर व राबर्ट्सगंज ये पांच सीटें भाजपा ने तीन सहयोगी दलों में बांट दी है।
बची हुई जिन 24 सीटों के लिए प्रत्याशियों की सूची आनी बाकी है उन सीटों में पार्टी के बड़े नेता व सांसद रीता बहुगुणा जोशी, वरुण गांधी, मेनका गांधी, जनरल वीके सिंह, बृजभूषण शरण सिंह, रमापति राम त्रिपाठी, संघमित्रा मौर्य, सत्यदेव पचौरी, संतोष गंगवार की नामों पर भी सस्पेंश बना हुआ है।