भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ जहां सरकारी जमीन को कब्जे से मुक्त कराए जाने के दावे किए जा रहे थे, उसी मंच पर एक ऐसा पार्षद पति बैठा था जिसने राजधानी के नीलबढ़ इलाके में 150 करोड़ की सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है।
दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री चौहान को एक पत्र लिखकर कहा है, मुझसे सामान्य भेंट के दौरान भोपाल जिले के स्थानीय निवासियों द्वारा बताया गया है कि डॉ. अम्बेडकर वार्ड, वार्ड क्र. 26 में एक भूमिपूजन के समारोह में आपके द्वारा नीलबढ़ से लेकर सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में 23 हजार एकड़ की शासकीय भूमि को भू-माफियाओं से कब्जा मुक्त कराने की बात कहीं गई थी। इस कार्यक्रम में ही मंच पर आसीन भाजपा के वार्ड क्र. 84 के पार्षद पति वीरेन्द्र सिंह मारण द्वारा भोपाल के नीलबढ़ क्षेत्र में करोड़ों रूपये की शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा किया हुआ है।
जनता के मन में यह प्रश्न उठ रहा है क्या आपकी पार्टी के नेताओं द्वारा शासकीय भूमि पर किया गया अवैध कब्जा भू-माफिया की श्रेणी में नही आता है?
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में आगे लिखा है, "स्थानीय रहवासियों ने बताया है कि भाजपा के वार्ड क्र. 84 के पार्षद पति वीरेन्द्र सिंह मारण एवं इनके परिवार द्वारा लगभग 150 करोड़ रूपये की शासकीय भूमि खसरा क्र. 150 जो कि शासन द्वारा गोहा एवं खसरा क्र. 141 चारागाह के नाम पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज है, मारण एवं इनके परिजनों द्वारा राजनीतिक संरक्षण के कारण उक्त भूमि पर दुकाने, पेट्रोल पंप एवं मार्केट आदि बनाकर कब्जा किया गया है।"
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री वास्तव में माफिया मुक्त प्रदेश की चाह रखते हैं तो अपनी पार्टी के इस भू-माफिया पर भी कार्यवाही करेंगे अन्यथा आपकी कथनी और करनी में जनता को अंतर नजर आयेगा।