भाजपा ने चुनाव आयोग से दो तृणमूल उम्मीदवारों के नामांकन रद्द करने की मांग की

Update: 2024-05-16 01:46 GMT
कोलकाता: पश्चिम बंगाल भाजपा ने बुधवार को बताया कि उसने चुनाव आयोग से संपर्क कर नामांकन पत्र में गंभीर खामियों के आधार पर तृणमूल कांग्रेस के दो उम्मीदवारों का नामांकन रद्द करने की मांग की है।
भाजपा के राज्य महासचिव जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने बुधवार की दोपहर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि कोलकाता-दक्षिण से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार माला रॉय, जो उसी निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा सांसद भी हैं, सांसद होने के अलावा वह कोलकाता नगर निगम की अध्यक्ष भी हैं। इस पद को 'लाभ का पद' माना जाता है। उन्होंने इस बार पद से इस्तीफा दिए बिना ही अपना नामांकन दाखिल किया।
चट्टोपाध्याय ने कहा, अगर वह कहती हैं कि वह केएमसी की अध्यक्ष के रूप में वेतन नहीं ले रही हैं, तो भी वह 'लाभ के पद' के दायरे से बाहर नहीं होंगी।
तृणमूल कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार, जिनका नामांकन रद्द करने की भी राज्य भाजपा ने मांग की है, वह हैं उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट लोकसभा से सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार हाजी नुरुल इस्लाम, जो 2009 से 2014 तक उसी निर्वाचन क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के सांसद थे।
चट्टोपाध्याय के अनुसार, नामांकन दाखिल करने वाले किसी भी व्यक्ति और जो पहले किसी भी सरकारी, विधायी या संसदीय पद पर रहा हो, उसे अपने नामांकन के साथ 'नो ड्यूज सर्टिफिकेट' पेश करना होगा। मगर हाजी नुरुल इस्लाम ने 'नो ड्यूज सर्टिफिकेट' जमा नहीं किया है।
उन्होंने कहा, ”यदि आपको याद हो, बीरभूम लोकसभा क्षेत्र के लिए हमारे पहले उम्मीदवार देबाशीष धर, एक पूर्व भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी का नामांकन रद्द कर दिया गया था, क्योंकि वह राज्य सरकार से प्राप्‍त 'नो ड्यूज सर्टिफिकेट' नहीं दिखा सके थे। इसके बाद हमें बीरभूम में अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा था।”
उन्होंने कहा कि भाजपा पहले ही रॉय और इस्लाम के नामांकन में इन कमियों को इंगित करते हुए चुनाव आयोग से संपर्क कर चुकी है।
चट्टोपाध्याय ने कहा, "हम भारत के सर्वोच्च न्यायालय सहित मामले में चरम बिंदु तक जाएंगे।"
रिपोर्ट दर्ज होने तक इस मुद्दे पर रॉय, इस्लाम या किसी अन्य तृणमूल कांग्रेस नेता की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।
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