BJP प्रत्याशी पूर्व IPS असीम अरुण जीते, एक और ब्यूरोक्रेट ने जीता चुनाव, जानें सब कुछ
UP Election Results 2022: उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे अब जारी हो चुके हैं. प्रदेश की जनता ने बंपर सीटें भारतीय जनता पार्टी की झोली में डाल दी हैं. लिहाजा बीजेपी गठबंधन 273 सीटों पर जीता है. बता दें कि इस चुनाव में कई ऐसे कैंडिडेट भी उतरे जो पहले प्रशासनिक जिम्मेदारी संभाल रहे थे. लेकिन उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देकर चुनावी दंगल में कूदने का फैसला किया. इसमें 2 नाम काफी चर्चा में रहे थे असीम अरुण और राजेश्वर सिंह.
असीम अरुण ने जहां कन्नौज सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े, वहीं राजेश्वर सिंह सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में थे. बता दें कि दोनों ब्यूरोक्रेट चुनाव जीत चुके हैं.
असीम अरुण ने भी जीत लिया चुनावी दंगल
IPS की नौकरी छोड़कर चुनाव लड़े असीम अरुण ने समाजवादी गठबंधन के कैंडिडेट अनिल कुमार 6362 वोटों से हराया. असीम अरुण को 120555 वोट मिले तो वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी अनिल कुमार दोहरे को 114193 वोट मिले हैं.
अभिषेक मिश्रा को 56 हजार से ज्यादा वोटों से हराया
उधर, सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से पूर्व आईपीएस राजेश्वर सिंह ने जीत दर्ज की. राजेश्वर सिंह को जहां 159872 वोट मिले हैं, तो वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट अभिषेक मिश्रा को 103498 वोट मिले हैं. राजेश्वर सिंह ने अभिषेक मिश्रा को 56374 वोटों से मात दी है.
स्वाति सिंह की जगह राजेश्वर सिंह को रिप्लेस किया था
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से मंत्री स्वाति सिंह को रिप्लेस करते हुए राजेश्वर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा था. वहीं चुनाव से कुछ समय पहले ही राजेश्वर सिंह ने कमान संभाली थी.
स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी
वहीं बात असीम अरुण की करें तो आईपीएस की नौकरी छोड़कर बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे. उन्होंने कानपुर पुलिस कमिश्नर के पद से सेवानिवृत्ति ली. असीम अरुण ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया था.
कन्नौज के रहने वाले हैं असीम अरुण
असीम अरुण कन्नौज के ही रहने वाले हैं. इस क्षेत्र में उन्होंने अपनी एक अलग ही पहचान बना रखी है. अब चुनावी मैदान में वे उसी पहचान और अनुभव का पूरा लाभ उठाना चाहते हैं. वैसे असीम अरुण के पिता स्वर्गीय श्री राम अरुण उत्तर प्रदेश के दो बार डीजीपी रह चुके हैं.