कड़कनाथ मुर्गों में मिला बर्ड फ्लू का वायरस, जिला प्रशासन में हड़कंप, उठाया ये कदम

Update: 2021-01-13 05:25 GMT

फाइल फोटो 

कोरोना संकट के बीच देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू की दस्तक ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. इस बीच मध्य प्रदेश के झाबुआ में पाए जाने वाले मशहूर कड़कनाथ मुर्गों में भी अब बर्ड फ्लू का वायरस पाया गया है. राज्य सरकार ने बयान जारी करते हुए इसकी जानकारी दी है.

मंगलवार शाम जारी बयान के मुताबिक, झाबुआ जिले के रूंडीपाड़ा गांव में कड़कनाथ मुर्गी में H5N1 वायरस मिला है. झाबुआ कलेक्टर ने भारत सरकार के बर्डफ्लू एक्शन प्लान 2021 के अनुसार निस्तारण, चारा-दाना, अण्डे आदि को नष्ट और प्रभावित स्थल को सेनिटाइज और डिसइन्‍फेक्ट करने के निर्देश दिये गये हैं.
अब प्रभावित स्थल से एक किलोमीटर की परिधि को संक्रमित क्षेत्र मानते हुए सभी प्रकार के मुर्गे-मुर्गियों की किलिंग की जायेगी. वहीं 9 किलोमीटर तक की परिधि को सर्विलांस जोन मानते हुए सैंपल कलेक्शन किया जायेगा. संक्रमित क्षेत्र में अगले 3 माह तक चिकन और चिकन उत्पाद की रिस्टाकिंग व चिकन परिवहन पर प्रतिबंध रहेगा. इसके अलावा झाबुआ जिले के चिकन मार्केट और पोल्ट्री फार्मों को संक्रमण रहित किया जायेगा.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक 19 जिलों में बर्ड फ्लू पाया गया है. इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खण्डवा, खरगौन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद, अशोकनगर, दतिया और बड़वानी में H5N8 की पुष्टि हुई है. प्रदेश के 42 जिलों से लगभग 2100 कौवों और जंगली पक्षियों की मृत्यु की सूचना मिली है.
मालूम हो कि कोरोना के बीच बर्ड फ्लू का संकट बड़ा होता जा रहा है. देश में अब तक 9 राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है. नया राज्य उत्तर प्रदेश है, जहां कानपुर के चिड़ियाघर में मरे पक्षियों के सैंपल पॉजिटव आने से लखनऊ तक हड़कंप है. इसके अलावा दिल्ली और महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. इससे पहले राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केरल में बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं.
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