बर्ड फ्लू का कहर जारी...जम्मू से लेकर महाराष्ट्र तक फैला वायरस, राजस्थान में भी बढ़ी
राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर लगातार जारी है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर लगातार जारी है। पशुपालन विभाग के अनुसार राज्य के 17 जिलों में यह वायरस फैल गया है। इससे 25 दिसंबर 2020 से लेकर 30 जनवरी 2021 तक 7294 पक्षियों की मौत हो गई है। मृत पक्षियों में 5,023 कौवे, 440 मोर, 692 कबूतर और 1,139 अन्य पक्षी हैं।
रविवार को हुई थी 67 पक्षियों की मौत
राजस्थान में रविवार को 67 और पक्षियों की मौत की खबर आई थी। राज्य में पिछले लगभग एक महीने में अब तक कुल 7,254 पक्षियों की संदिग्ध मौत हो चुकी है। वहीं राज्य के 17 जिले बर्ड फ्लू संक्रमण से प्रभावित है। पशुपालन विभाग के अनुसार 27 जिलों के 272 नमूनों में से 67 नमूनों की जांच में संक्रमण पाया गया है।
विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को 27 कौवे, नौ मोर, चार कबूतरों और 27 अन्य पक्षियों की मौत हो गई थी। बर्ड फ्लू का प्रकोप सामने आने के बाद राज्य में 25 दिसंबर से अब तक 7,254 पक्षियों की मौत हो चुकी है। इनमें 5003 कौवे, 436 मोर, 687 कबूतर तथा 1128 अन्य पक्षी शामिल हैं।
जम्मू के पुंछ और उधमपुर में बर्ड फ्लू के पहले मामले सामने आए
जम्मू क्षेत्र के उधमपुर और पुंछ जिलों में तीन मृत पक्षियों के नमूनों की जांच में एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई है जिसके बाद व्यापक स्तर पर पक्षियों को मारने का काम किया जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी थी।
जम्मू के पशुपालन विभाग के उप निदेशक (पोल्ट्री एवं अनुसंधान) डीडी डोगरा ने कहा कि उधमपुर के जुगनू ब्लॉक में एक मोर तथा एक पालतू मुर्गे के नमूनों की जांच में एच5एन8 की पुष्टि हुई। पुंछ के मंडी में एक जंगली कौवे में एच5एन1 के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। डोगरा ने कहा कि जम्मू क्षेत्र से सामने आए संक्रमण के ये पहले मामले हैं लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि जांच के अधिकतर नतीजों में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई।
डोगरा ने कहा कि विभाग ने अब तक 218 नमूने एकत्र कर जांच के लिए पंजाब के जालंधर भेज दिए हैं। उन्होंने कहा कि उधमपुर और पुंछ में सामने आए संक्रमण के तीन मामलों के अलावा 115 नमूनों की जांच में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है, वहीं अन्य नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार विभाग आवश्यक कदम उठा रहा है। डोगरा ने कहा कि एक मुर्गे और एक मोर की जांच में बर्ड फ्लू संक्रमण पाए जाने के बाद, हमने एक किलोमीटर के क्षेत्र में पक्षियों को मारना और एक से दस किलोमीटर तक के दायरे में निगरानी रखना शुरू कर दिया है। लोगों को भी जानकारी दी जा रही है।