नई दिल्ली: SIT की टीम ने बीरभूम के रामपुरहाट में हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया।
ग्रामीण का दावा
बीरभूम के रामपुरहाट में 9 लोगों की हत्या के बाद तनाव का माहौल है। वहीं गांव के रहने वाले एक शख्स ने दावा किया है कि घटना वाली रात कुछ मोटरसाइकल सवारों में गांव में आने जाने का रास्ता बंद कर दिया। वे कैन में पेट्रोल लेकर गांव पहुंचे थे। अमजद नाम के शख्स ने कहा कि ये मोटरसाइकल सवार तब तक वहीं मंडराते रहे जबतक घर जलकर राख नहीं हो गए और सात लोगों की मौत नहीं हो गई।
अमजद ने कहा, लोग अपने घर छोड़कर भाग रहे हैं। लोगों को डर है कि कहीं दोबारा हमला न हो जाए। मेरे पास पांच गाय हैं। मैं इन्हें लेकर कहां जाऊं? लॉकडाउन में मेरी नौकरी भी चली गई थी। तब से दूध बेचकर ही घर का खर्च चलता है।
सोनाई के घऱ के पास रहने वाली मरजीना बीबी ने बताया कि जब वह अस्पताल से घऱ लौटीं तो देखा कि उनका घर जल रहा है और आग तेजी से फैल रही है। लोग अंदर चीख-चिल्ला रहे थे। मुझे पता है कि सोनाइ और भादू के बीच में पुरानी दुश्मनी थी लेकिन दोनों का अंत ऐसा होगा. यह अंदाजा भी नहीं था।