नई दिल्ली: बिलकिस बानो गैंगरेप कांड के 11 दोषियों को छोड़ने के गुजरात सरकार के फैसले पर भले ही भाजपा की महिला पदाधिकारियों ने चुप्पी साध रखी हो लेकिन पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य खुशबू सुंदर ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने पीड़िता के लिए न्याय की मांग की है। अभिनेत्री और भाजपा नेता खुशबू सुंदर ने एक ट्वीट में कहा, एक महिला जिसके साथ रेप हुए, प्रताड़ित की गई और वह बेहद डरी हुई है, उसे न्याय मिलना चाहिए। इस कांड में शामिल किसी भी शख्स को मुक्त नहीं करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, अगर किसी दोषी को ऐसे छोड़ा जाता है तो यह मानवता को शर्मसार करने वाला फैसला है। यह महिलाओं के सम्मान के प्रति समझौता है। बिलकिस बानो हो या कोई और महिला, राजनीति और विचारधारा से ऊपर उसे न्याय मिलना चाहिए। वहीं भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनाती श्रीनिवासन ने कहा कि दोषियों को छोड़ने का फासला गुजरात सरकार का है इसलिए इसे राजनीतिक ऐंगर नहीं देना चाहिए।
श्रीनिवासन ने कहा, सरकार को जो अधिकार दिए गए हैं, उन्हीं का प्रयोग करके दोषियों को रिहा किया गया है। उन्होंने यह भी कहा, महिलाओं के प्रित होने वाले अपराधों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। इस विचार से कोई भी अलग नहीं है। बता दें कि गुजरात दंगे के वक्त बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप हुआ था। इसके अलावा उनके परिवार के 7 सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में साल 2008 में सीबीआई कोर्ट ने 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी दोषियों की रिहाई के बाद स्वागत को लेकर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से फूल माला के साथ दोषियों को स्वागत किया गया उसे किसी भी स्तर से उचित नहीं ठहराया जा सकता। अपराधी तो अपराधी ही होता है और उसके कृत्य को जायज नहीं ठहराया जा सकता।