चंडीगढ़ (आईएएनएस)| खालिस्तानी कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह जिस मोटरसाइकिल पर सवार होकर भागा था, उसे पंजाब पुलिस ने बरामद कर लिया है। अधिकारियों ने कहा कि स्वयंभू उपदेशक अमृतपाल की 5वें दिन भी तलाश जारी है। बजाज प्लेटिना मोटरसाइकिल जालंधर शहर से करीब 45 किलोमीटर दूर दारापुर इलाके में एक नहर के पास लावारिस हालत में मिली।
अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और सहयोगी हरप्रीत सिंह के सरेंडर करने से पहले वह महतपुर के पास उधोवाल गांव के सरपंच के घर में जबरदस्ती घुस गए थे और उन्हें डरा धमका कर वहीं रुक गए थे।
सरपंच मनप्रीत सिंह ने पुलिस को बताया कि उसका भाई कमलप्रीत सिंह उनके घर पर था, जब मर्सिडीज कार में दो व्यक्ति आए और उसके भाई को गेट खोलने की धमकी दी। उन्होंने कहा, उन्होंने मेरे भाई को अपने रहने के लिए एक कमरा खोलने के लिए मजबूर किया। उन्होंने हमारे परिवार को भी घर के भीतर रहने के लिए मजबूर किया और पुलिस को सूचित न करने की धमकी दी।
18 मार्च की कार्रवाई के सिलसिले में 154 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अमृतपाल सिंह अभी भी फरार है। पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने मंगलवार को कहा कि वह एक गुरुद्वारे में कपड़े बदलकर बाइक से भाग गया था। उसके द्वारा पहले इस्तेमाल की गई कार को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
उन्होंने कहा, हमने वह कार बरामद कर ली है जिसका उपयोग अमृतपाल ने बचने के लिए किया था। भागने के बाद, अमृतपाल नंगल अंबियन के गुरुद्वारे में गया, जहां उसने अपनी पोशाक बदली और एक बाइक पर निकल गया। गिरफ्तार किए गए चार लोगों से पूछताछ में यह बात सामने आई है।
उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ लुकआउट सकरुलर और गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है। पुलिस ने अमृतपाल सिंह को भगाने में मदद करने के आरोप में चार लोगों मनप्रीत सिंह, गुरदीप सिंह, हरप्रीत सिंह और गुरभेज सिंह को भी गिरफ्तार किया है। आईजी गिल ने कहा कि पुलिस ने एनएसए के तहत कुलवंत सिंह राओके और गुरिंदरपाल सिंह को भी हिरासत में लिया है।
पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 'वारिस पंजाब दे' के कार्यकर्ताओं के खिलाफ राज्य में बड़े पैमाने पर तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया है।